किश्तवाड, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश के पवित्र धाम श्री मणिमाहेश की ओर आज कस्तरगढ़ से छड़ी यात्रा की शुरुआत हुई। इस ऐतिहासिक धार्मिक यात्रा में सैकड़ों श्रद्धालु, संत और यात्री शामिल हुए जिन्होंने पवित्र चारी (गदा) को हाथ में उठाकर यात्रा की। कस्तरगढ़ और आसपास के गांवों के स्थानीय लोगों ने भक्ति गीतों, प्रार्थनाओं और प्रसाद अर्पित कर यात्रा का स्वागत किया जिससे चेनाब घाटी की सांस्कृतिक समृद्धि झलकती रही।
डीओपी डोडा ने धार्मिक भजन और उत्साहपूर्ण माहौल के बीच यात्रा का औपचारिक रूप से शुभारंभ किया।
यात्रा आयोजकों ने बताया कि यात्रा के सुचारू संचालन के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा बल और स्वयंसेवक श्रद्धालुओं की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित कर रहे हैं। मार्ग पर भोजन, आवास और चिकित्सा सुविधाओं का भी प्रबंध किया गया है।
छड़ी यात्रा परंपरागत मार्गों से गुजरते हुए अपने अंतिम पवित्र स्थल मणिमाहेश कैलाश पहुंचेगी जहां श्रद्धालु भगवान शिव की कृपा पाने के लिए पवित्र झील में स्नान करेंगे।
छड़ी यात्रा की शुरुआत एक बार फिर क्षेत्रवासियों की गहरी आस्था को दर्शाती है और क्षेत्र की आध्यात्मिक व सांस्कृतिक एकता को मजबूत करती है।
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(Udaipur Kiran) / अश्वनी गुप्ता
