
हिसार, 11 जुलाई (Udaipur Kiran) । संस्कृत के प्रचार प्रसार को समर्पित अंतरराष्ट्रीय संगठन संस्कृत भारती की ओर से घिराय के स्वामी दीप्तानन्द गुरुकुल में गुरु पूर्णिमा पर्व पर बाल केंद्र और गीता शिक्षण केंद्र की शुरुआत की गई। संस्कृत भारती के विभाग संयोजक डॉ. शैलेंद्र सिंह ने शुक्रवार काे बताया कि संस्कृत भारती गांव-गांव, घर-घर संस्कृत पहुंचाने के कार्य में लगी हुई है। हिसार विभाग द्वारा जगह जगह बाल केंद्र और गीता शिक्षण केंद्र खोले जाने की कार्य योजना तैयार की हुई है। इसी के तहत घिराय के स्वामी दीप्तानन्द गुरुकुल में गुरु पूर्णिमा पर्व पर बाल केंद्र और गीता शिक्षण केंद्र की शुरुआत की गई है। इसके तहत 40 से अधिक छात्रों को लयबद्ध से गीता पाठ वाचन करना सिखाया जाएगा। इसके अतिरिक्त गुरुकुल के छात्राएं संस्कृत संभाषण में दक्षता हासिल करें, इसके लिए संस्कृत संभाषण की कक्षा भी शुरुआत की गई है। गुरु पूर्णिमा पर्व पर आयोजित आयोजन की खास विशेषता यह रही कि संपूर्ण आयोजन पूर्णतः संस्कृत माध्यम में किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में संस्कृत भारती के विस्तारक दीपक सरकार ने गुरु-शिष्य परम्परा की महत्ता पर उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि गुरु ही समाज का आधार स्तम्भ हैं और उनका सम्मान भारतीय संस्कृति की आत्मा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता गुरुकुल के कोषाध्यक्ष कर्मवीर जी ने की। उन्होंने गुरुकुल द्वारा संस्कृत और भारतीय मूल्यों के संवर्धन के लिए किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला।इस अवसर पर संस्कृत भारती हिसार विभाग के संगठन मंत्री नवीन कौशल ने छात्राओं को संकल्प, संस्कृत श्लोक, धार्मिक ग्रन्थ गीता के श्लोकों का सस्वर वाचन एवं अभ्यास करवाया। इस अवसर पर गुरुकुल प्राचार्या सुनीता, प्रधान सेठ राजकुमार आर्य व गुरुकुल कार्यकारिणी ने संस्कृत भारती व गुरुकुल परिवार के सामूहिक प्रयास की सराहना की।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
