
करीब 20 हजार रुपए मूल्य का इंजेक्शन मरीज को नि:शुल्क लगाया जाता है
लखीमपुर खीरी, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । दिल का दौरा (हार्ट अटैक) मरीज के जीवन के लिए सबसे बड़ा खतरा साबित हो सकता है, लेकिन अगर समय रहते सही पहचान और इलाज मिल जाए तो जीवन को सुरक्षित किया जा सकता है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पलिया में (STEMI) स्टेमी केयर नेटवर्क ने यह साबित कर दिखाया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ( सीएमओ) ने बताया कि शासन के निर्देश पर जिला चिकित्सालय सहित जनपद के पलिया, मोहम्मदी, गोला, मितौली व धौरहरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चलाए जा रहा है, जिससे दूरस्थ क्षेत्रों में निवास कर रहे लोगों को हार्ट अटैक से संबंधित समस्या होने पर उन्हें उनके नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ही प्राथमिक उपचार या जीवन रक्षक उपचार मिल सके। स्टेमी केयर नेटवर्क के शुरू होने से कई जिंदगियां बचाई गई हैं।
इसी कड़ी में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पलिया के अधीक्षक डॉ. भरत सिंह के कुशल नेतृत्व में चल रहे स्टेमी केयर नेटवर्क एसटी एलीवेशन मायोकार्डियल इनफक्शन के तहत हार्ट अटैक के मरीजों को समय पर जीवन रक्षक उपचार मिल रहा है। जिला मुख्यालय से पलिया सीएचसी की दूरी 80 किलोमीटर से अधिक है जो किसी भी हृदय रोगी के लिए काफी गंभीर है। ऐसे में जब हृदय रोगी को तत्काल उपचार चाहिए होता है तो उसका नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र उसके लिए वरदान बन जाता है। सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्टेमी केयर नेटवर्क शुरू हो जाने से हार्ट अटैक के मरीजों को नई जिंदगी मिल रही है। मरीज को करीब 18 हजार से 20 हजार रुपए की लागत का टेनेक्टाप्लेस इंजेक्शन नि:शुल्क लगाया जाता है, जो हार्ट अटैक मरीजों के लिए जीवन रक्षक है।
फिजिशियन डॉ. अजीत सिंह और उनकी टीम ने अप्रैल माह से अब तक तीन मरीजों की जान बचाने में सफलता हासिल की है। इन मरीजों में महेंद्र कौर (75 वर्ष, निवासी हजार), दयाल सिंह (65 वर्ष, निवासी खजुरिया) और मंगत कौर (65 वर्ष, निवासी बाजपुर पहिया) शामिल हैं। सभी को समय रहते खून पतला करने वाला इंजेक्शन देकर जीवनभर के लिए सुरक्षित किया गया।
स्टेमी नेटवर्क ईसीजी आधारित पैटर्न से मरीज की पहचान करता है और तत्काल दवा उपलब्ध कराकर मौत के खतरे को टालता है। डॉक्टरों का कहना है कि सीने में दर्द, अत्यधिक पसीना, बेचैनी और सांस फूलना हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं, जिन्हें नजरअंदाज न करें।
(Udaipur Kiran) / देवनन्दन श्रीवास्तव
