
कठुआ, 17 सितंबर (Udaipur Kiran) । राजकीय महाविद्यालय महानपुर ने सत्य और अहिंसा तथा समकालीन समय में गांधीवादी दर्शन की प्रासंगिकता विषयों पर एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया। कार्यक्रम का आयोजन भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रो. बिंती शर्मा ने प्राचार्य डॉ. संगीता सूदन के कुशल मार्गदर्शन में किया।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रो. बिंती शर्मा ने श्रोताओं का स्वागत करते हुए और आज के समय में गांधीजी के संदेश के महत्व पर एक व्याख्यान देते हुए की। उन्होंने कहा कि सत्य और अहिंसा केवल नैतिक आदर्श ही नहीं हैं, बल्कि संघर्षों को सुलझाने और एक सामंजस्यपूर्ण समाज के निर्माण के व्यावहारिक साधन भी हैं। गांधीजी का दर्शन मानवता के लिए एक मार्गदर्शक प्रकाश बना हुआ है। चार छात्राओं जिसमें मोनिका शर्मा, नीनू देवी, शीतल बडवाल और किरण बिलवारिया ने प्रतियोगिता में भाग लिया और बड़े उत्साह और स्पष्टता के साथ अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रतियोगिता का निर्णायक मंडल ने मोनिका शर्मा को प्रथम और किरण बिलवारिया को द्वितीय स्थान घोषित किया। प्राचार्या डॉ. संगीता सूदन ने इस बात पर जोर दिया कि गांधी जयंती मनाना गांधीजी के शांति, अहिंसा और सत्य के शाश्वत संदेश पर चिंतन करने का एक अवसर है। इस अवसर पर उपस्थित संकाय सदस्यों में डॉ. मोहिंदर नाथ शर्मा, डॉ. रूपाली जसरोटिया, पुस्तकालयाध्यक्ष निशा कुमारी, डॉ. रेणु बाला, डॉ. हिलाल अहमद, किशोरी लाल, मंगो राम, कुलदीप, अनु राधा, सुरिंदर कुमार शामिल थे।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
