
कुशीनगर, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । थाईलैंड के महाराजा वजिरालोंगकान फ्रा वजिराक्लाओचॉयहुआ के दीर्घायु व निरोग जीवन के लिए 203 थाई बौद्ध भिक्षुओं ने कुशीनगर में विशेष अनुष्ठान किया। 28 जुलाई को थाई महाराजा 73 वर्ष के हो जायेंगे। पुरातात्विक महत्व के महापरिनिर्वाण मंदिर व थाई वाट में हुई विशेष पूजा के दौरान बौद्ध भिक्षुओं ने थाई महाराजा के दीर्घायु के साथ साथ संपूर्ण मानवता की खुशहाली की प्रार्थना की। रविवार को दल बोधगया के लिए रवाना हो गया।
प्रमुख धर्म गुरु भिक्षु फ्रा विदेसवचराजान की अगुवाई में बुद्ध की शयनमुद्रा वाली प्रतिमा पर चीवर अर्पित किया और बुद्ध के शवदाह स्थल मुक्तबंधन चैत्य व थाई वाट के उपोसथ हाल में विशेष पूजा की। बौद्ध भिक्षुओं के दल ने 18 जुलाई को बुद्ध के ज्ञान प्राप्ति स्थल बोधगया में विशेष पूजा की तत्पश्चात बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी (नेपाल) व प्रथम उपदेश स्थल सारनाथ में विशेष पूजा कर महाराजा की दीर्घायु की कामना की। अनुष्ठान के पश्चात दल रविवार को बोधगया के लिए रवाना हो गया। दल में 148 थाई बौद्ध भिक्षु व भिक्षुणी और 55 उपासक, उपासिकाएं व थाई स्टाफ दल शामिल है। 30 जुलाई को दल बोधगया से स्वदेश लौट जायेगा।
विशेष पूजा में भंते अशोक, पर्यटक सूचना अधिकारी डा. प्राण रंजन, पी आर ओ अंबिकेश त्रिपाठी, थाई टूर कोऑर्डिनेटर जिंताना सिरिसोम माई, भारतीय टूर कोऑर्डिनेटर संतोष चौबे, सहायक अभिषेक गोंड आदि भी शामिल हुए।
(Udaipur Kiran) / गोपाल गुप्ता
