
जम्मू, 17 सितंबर (Udaipur Kiran) । श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय के मातृका सभागार में चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व विकास की भारतीय संकल्पना विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षासंस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव डॉ. अतुल कोठारी रहे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई। इस अवसर पर कुलपति प्रो. प्रगति कुमार ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति का उद्देश्य केवल विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुख बनाना नहीं है बल्कि उनके सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करना भी है। उन्होंने डॉ. कोठारी के शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन में दिए गए विशेष योगदान की सराहना की।
अपने संबोधन में डॉ. अतुल कोठारी ने कहा कि नई शिक्षा नीति के सफल कार्यान्वयन के लिए केवल शिक्षकों ही नहीं बल्कि विद्यार्थियों की भी सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि एनईपी 2020 के माध्यम से ऐसे नागरिक तैयार किए जा सकते हैं जो विचार, बुद्धि और आचरण में भारतीय हों। डॉ. कोठारी ने जोर देकर कहा कि राष्ट्रीय पुनर्जागरण के लिए शिक्षा के प्रत्येक स्तर पर भारतीय ज्ञान परंपरा का समावेश अनिवार्य है। कार्यक्रम में कुलपति द्वारा डॉ. कोठारी को माता भगवती के चित्र के रूप में स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
