जम्मू,, 3 जुलाई (Udaipur Kiran) । श्रीनगर में डिविजन स्तर पर मनाए गए अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के तहत आयोजित कार्यक्रम में सहकारिता की महत्ता पर प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि सहकारी संस्थाएं न केवल आर्थिक विकास को गति देती हैं बल्कि समाज को संगठित कर सामूहिक भागीदारी से सतत विकास को भी सुनिश्चित करती हैं।
कार्यक्रम में विशेषज्ञों और अधिकारियों ने बताया कि किस तरह सहकारी मॉडल से गांवों में रोजगार के अवसर बढ़ते हैं और स्थानीय संसाधनों का बेहतर उपयोग संभव होता है। साथ ही सामुदायिक सशक्तिकरण को भी मजबूती मिलती है। आयोजन का उद्देश्य लोगों में सहकारिता की भावना को प्रोत्साहित करना और विकास की मुख्यधारा में सभी को शामिल करना रहा।
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(Udaipur Kiran) / अश्वनी गुप्ता
