Uttar Pradesh

कांवड़ यात्रा काे लेकर दिए गये विवादित बयान पर सपा विधायक ने जनता से माफी मांगी

सपा विधायक मो रिजवी

– भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया के बाद विधायक ने मांगी माफी

बलिया, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश में बलिया जिले के सिकंदरपुर से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक मोहम्मद जियाउद्दीन रिजवी का विवादित बयान सामने आया है। उन्होंने कहा था कि गांव के अनपढ़ और अंधविश्वास में फंसकर लोग कांवड़ यात्रा में जाते हैं। उनके इस बयान के बाद भाजपा के कई दिग्गज नेताओं ने विरोध किया है। इसके बाद विधायक ने रविवार को प्रेसवार्ता कर अपनी गलतियों की माफी मांगते हुए कहा कि उनका यह बयान तोड़ मरोड़ करके लोगों में पेश किया गया है।

समाजवादी पार्टी की जिला इकाई ने शनिवार को गंगा बहुद्देशीय सभागार में संविधान मान स्तम्भ दिवस कार्यक्रम में किया था। इसमें माैजूद विधायक मोहम्मद जियाउद्दीन रिजवी ने हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं काे आहत करने वाला बयान दिया था। जबकि इस मंच पर बतौर मुख्य अतिथि गाजीपुर से विधायक ओमप्रकाश सिंह और सपा के राष्ट्रीय सचिव अवलेश सिंह भी मौजूद थे।

सपा विधायक मोहम्मद रिजवी के इस विवादित बयान के सामने आते ही भाजपा से जुड़े लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं आने लगीं। यूपी के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने विधायक को नसीहत देते हुए कहा कि शिव भक्त होने के लिए किसी पढ़ाई लिखाई की जरूरत नहीं होती। जब शंकर जी थे, तब कौन सा विश्वविद्यालय था। विधायक जी बताएं ? शिव भक्त होने के लिए शिक्षा की जरूरत है क्या।

रिजवी के इस बयान को लेकर तमाम लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। कांवड़ यात्रा पर बयान को लेकर मचे बवाल के बाद विधायक सिकन्दरपुर मोहम्मद जियाद्दीन रिजवी ने रविवार को प्रेसवार्ता के माध्यम से अपनी स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने कहा कि उनका वक्तव्य तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत किया गया है, जबकि उनका उद्देश्य किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना कभी नहीं था।

उन्होंने कहा कि उनके बयान का मूल उद्देश्य यह बताना था कि जैसे कांवड़ यात्रा महत्त्वपूर्ण है, वैसे ही शिक्षा भी जरूरी है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार द्वारा विद्यालय बंद किए जा रहे हैं जिससे पीडीए वर्ग यानी गरीब, दलित और पिछड़े समुदाय के बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। अपने धार्मिक कार्यों का उल्लेख करते हुए विधायक ने बताया कि उन्होंने अपने क्षेत्र में जंगली बाबा, मौनी बाबा और बंदांडी नाथ जैसे धार्मिक स्थलों के विकास के लिए करोड़ों रुपये की राशि स्वीकृत कराएं हैं। विधायक ने आरोप लगाया कि यह उनके राजनीतिक विरोधियों की सोची-समझी साजिश हैं। मेरे अधूरे वीडियो को तोड़-मरोड़कर प्रसारित किया गया, ताकि जनता में भ्रम फैलाया जा सके। फिर भी यदि मेरे किसी कथन से किसी की भावना आहत हुई हो, तो मैं हृदय से क्षमा प्रार्थी हूँ।——————–

(Udaipur Kiran) / नीतू तिवारी

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