
सोनीपत, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सोनीपत
के गोहाना रोड पर स्थित मोहाना टोल प्लाजा पर रविवार को ग्रामीणों और टोल सिक्योरिटी
ठेकेदार के बीच तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई। ग्रामीण टोल-मुक्ति की मांग कर रहे
थे, जिसके चलते ठेकेदार के साथ उनकी तीखी बहस हुई। विवाद तब और बढ़ गया जब ठेकेदार
ने कथित तौर पर पिस्तौल निकालकर ग्रामीणों को धमकी दी। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने
ठेकेदार की पिटाई कर दी, जिसके बाद पुलिस ने हस्तक्षेप कर स्थिति को नियंत्रित किया।
इस दौरान करीब एक घंटे तक टोल संचालन प्रभावित रहा।
मोहाना,
गुहना, नयना, माजरा, सलीमसर माजरा, सलालपुर माजरा, जाजी और माछरी गांवों के सरपंचों,
जिला पार्षद काला लोहिया और सैकड़ों ग्रामीणों ने टोल प्लाजा पर एकत्र होकर विरोध जताया।
उनका कहना था कि सड़क परियोजना के लिए उनकी जमीन बिना उचित मुआवजे के ली गई, इसलिए
स्थानीय लोगों को टोल से छूट दी जाए। सरपंच संगठन के प्रधान राकेश ने बताया कि ग्रामीणों
ने शांतिपूर्वक अपनी मांग रखी थी और पुलिस को पहले से सूचित किया गया था। लेकिन ठेकेदार
ने अभद्र व्यवहार किया और पिस्तौल निकाल ली, जिससे स्थिति बिगड़ गई।
ग्रामीणों
ने टोल एजेंसी पर मनमानी का आरोप लगाया। उनका दावा है कि पास बनवाने के लिए 1000 रुपये
तक की अवैध वसूली की जा रही है, जबकि आधिकारिक शुल्क 340 रुपये है। ट्रैक्टर चालकों
से भी 250 रुपये तक जबरन वसूला जा रहा है। ग्रामीणों ने इस संबंध में पुलिस को लिखित शिकायत
सौंपी है, जिसकी जांच जारी है।
परियोजना
निदेशक जगभूषण शर्मा ने कहा कि टोल प्लाजा की निगरानी की जा रही है। एजेंसी को निर्देश
दिए गए हैं कि केवल निर्धारित दर पर शुल्क लिया जाए और फास्टैग सिस्टम को पूरी तरह
लागू किया जाए। किसी भी वाहन चालक या ग्रामीण को परेशानी नहीं होनी चाहिए। विवाद
के बाद अस्थायी समाधान के तौर पर कुछ गांवों को टोल-मुक्ति देने पर सहमति बनी है। गाड़ी
की आरसी और आधार कार्ड जमा करने के बाद यह व्यवस्था दो से तीन दिन तक लागू रहेगी।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना