

सोनीपत, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) । सोनीपत जिले के गांव जुआ में स्थित
अतुल्य लाइब्रेरी ग्रामीण शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक क्रांति का केंद्र
बन चुकी है। यह पुस्तकालय न केवल विद्यार्थियों के लिए अध्ययन का माध्यम है, बल्कि
उन युवाओं के लिए एक मार्गदर्शक शक्ति है, जो सरकारी नौकरियों की तैयारी में जुटे हैं।
वर्ष 2015 में हरियाणा विद्यालय सेवा से जुड़े प्रवक्ता डॉ. सुनील कुमार एवं अंग्रेज़ी
प्रवक्ता डॉ. सुधा बाला ने अपने दिवंगत पुत्र मास्टर अतुल की स्मृति में इसकी स्थापना
की। तब से अब तक यह पहल सैकड़ों युवाओं को शिक्षा और सफलता की राह पर आगे बढ़ा चुकी
है।
इस लाइब्रेरी की सबसे उल्लेखनीय
उपलब्धि है 100 से अधिक युवाओं का सरकारी सेवाओं में चयन। इनमें हरियाणा लोक सेवा आयोग,
कर्मचारी चयन आयोग, रेलवे, बैंकिंग और अन्य प्रतिष्ठित विभागों में नियुक्तियां शामिल
हैं। इन सफल छात्रों के नाम प्रेरणा बोर्ड पर प्रदर्शित हैं, जिससे अन्य विद्यार्थियों
को दिशा और प्रेरणा मिलती है।
अतुल्य लाइब्रेरी में हजारों पुस्तकें,
शांत अध्ययन कक्ष, कंप्यूटर और इंटरनेट की आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं
के लिए नि:शुल्क कोचिंग और विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन की व्यवस्था है। यह सभी सेवाएं
आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए भी पूरी तरह नि:शुल्क हैं। इस संस्था का संचालन किसी सरकारी
सहायता से नहीं, बल्कि समाज के सहयोग से होता है। स्थानीय नागरिकों, शिक्षकों और सामाजिक
कार्यकर्ताओं के सहयोग से यह पुस्तकालय लगातार विस्तार की डगर पर अग्रसर है। यह सामाजिक
एकजुटता का उदाहरण है, जो दिखाता है कि मिलकर बड़ा परिवर्तन संभव है।
अतुल्य लाइब्रेरी का उद्देश्य नौकरी
दिलवाकर, स्वावलंबन के साथ युवाओं को आत्मनिर्भर, जागरूक और सशक्त बनाना है। गांव जुआ
से शुरू हुई यह पहल अब पूरे जिले के लिए एक उदाहरण बन चुकी है। इसका भविष्य और भी उज्ज्वल
बनाने के लिए नई तकनीक, संसाधनों और मार्गदर्शन के साथ विस्तार की योजना तैयार है।
यह पुस्तकालय शिक्षा, समर्पण और समाजिक सहयोग की वह शक्ति है, जो ग्रामीण युवाओं को
योग्यता के साथ जीवन बदलने की क्षमता रखती है।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
