
सोनीपत, 1 अगस्त (Udaipur Kiran) । सोनीपत में भ्रष्टाचार विरोधी ब्यूरो (एंटी करप्शन ब्यूरो)
ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए निजी स्कूल के क्लर्क को रिश्वत लेते हुए शुक्रवार
को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
रिश्वत दिल्ली पुलिस के एक इंस्पेक्टर के कहने पर ली
जा रही थी, जिसे बाद में गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम दिल्ली भेजी गई।
सोनीपत में जाहरी गांव के पास स्थित एक निजी स्कूल में 30
लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए स्कूल क्लर्क संदीप कुमार को विजिलेंस टीम ने रंगेहाथ
पकड़ लिया। यह रिश्वत अलीपुर थाने के एक मामले से नाम हटाने और दूसरे केस में धाराएं
कम करने के बदले मांगी गई थी।
इस पूरे लेन-देन के पीछे दिल्ली पुलिस का इंस्पेक्टर
सुनील जैन था, जो स्कूल मालिक का छोटा भाई है।
शिकायतकर्ता विपिन कुमार ने सुनील जैन के खिलाफ शिकायत दी
थी। उसके रिश्तेदार प्रवीण कुमार के खिलाफ अलीपुर थाने में दो केस दर्ज थे, जिनमें
से एक केस स्पेशल यूनिट के इंचार्ज सुनील जैन के पास पहुंचा था। आरोप है कि इंस्पेक्टर
ने केस से नाम हटाने और धाराएं कम करवाने के बदले एक करोड़ रुपये की मांग की थी, जिसमें
70 लाख रुपये में सौदा तय हुआ।
इस सौदे की पहली किश्त 30 लाख रुपये संदीप कुमार को
दी जा रही थी।
टीम ने संदीप को रिश्वत लेते समय पकड़ा, और 30 लाख रुपये की
राशि भी बरामद कर ली। इंस्पेक्टर सुनील जैन की गिरफ्तारी के लिए विजिलेंस की दूसरी
टीम दिल्ली रवाना की गई है। फिलहाल दोनों आरोपियों को शनिवार को कोर्ट में पेश किया
जाएगा और आगे की कार्रवाई तफ्तीश के अनुसार होगी।
इंस्पेक्टर प्रोमिला ने बताया कि विजिलेंस की इस कार्रवाई
में दो टीमें सक्रिय थीं, जिनमें एक की कमान डीएसपी सोमवीर के पास थी, जबकि दूसरी टीम
ने मौके पर छापेमारी कर गिरफ्तारी की।
—————
(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
