

-प्रजापत
समाज को पारंपरिक व्यवसाय से जोडक़र आगे बढ़ाना प्राथमिकता: बड़ौली
-जिले
मे 4208 कुम्हार/प्रजापत समाज के लाभार्थियों को वितरित किए गए पात्रता-प्रमाण पत्र
सोनीपत, 13 अगस्त (Udaipur Kiran) । सोनीपत
में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में कुम्हार/प्रजापत समाज के 4208 लाभार्थियों को
पात्रता-प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस पहल का उद्देश्य पारंपरिक मिट्टी के बर्तन उद्योग
को पुनर्जीवित कर आर्थिक मजबूती देना है। बुधवार
को मुरथल स्थित दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में बुधवार
को जिला स्तरीय पात्रता-प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मुख्य
अतिथि के रूप में पहुंचे कुरुक्षेत्र से सांसद नवीन जिंदल ने कुम्हार/प्रजापत समाज
को उनकी कला, परिश्रम और रचनात्मकता के लिए सराहा। उन्होंने कहा कि यह प्रमाण पत्र
सिर्फ कागज का टुकड़ा नहीं, बल्कि सशक्तिकरण, पहचान और सम्मान का प्रतीक है।
सांसद
जिंदल ने बताया कि हरियाणा सरकार ने इस समाज के ठप पड़े कार्य को दोबारा शुरू कर उन्हें
मजबूती देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि हाथों के कौशल से मिट्टी को सोना बनाने
का हुनर इस समाज के पास है और यह आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य में महत्वपूर्ण भूमिका
निभा रहा है। भाजपा
प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि सरकार ने पंचायती जमीन पर मिट्टी के बर्तन
बनाने और पकाने के लिए पात्रता-प्रमाण पत्र जारी करने का निर्णय लिया है। उन्होंने
बताया कि राज्य के करीब 1700 गांवों में एक लाख परिवारों को इसका लाभ मिलेगा। आज के
समय में कुल्हड़, मिट्टी के बर्तन और पारंपरिक पकवानों की मांग बढ़ी है, जिससे यह काम
न सिर्फ परंपरा को बचा रहा है बल्कि आर्थिक अवसर भी पैदा कर रहा है।
जिले
में कुल 4208 लाभार्थियों को प्रमाण पत्र मिले, जिनमें गन्नौर ब्लॉक के 964, गोहाना
के 305, राई के 538, मुरथल के 205, कथूरा के 529, मुड़लाना के 541, खरखौदा के 198 और
सोनीपत ब्लॉक के 928 लाभार्थी शामिल हैं। कार्यक्रम
में उपायुक्त सुशील सारवान, मेयर राजीव जैन, जिला परिषद चेयरपर्सन मोनिका दहिया, भाजपा
जिलाध्यक्ष अशोक भारद्वाज, जिला महामंत्री नीज कुार ठरु व तरूण देवीदास, अतिरिक्त उपायुक्त लक्षित सरीन, जिला परिषद की डिप्टी सीईओ
ललिता वर्मा व अन्य सभी अधिकारीगण मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
