
-कुलगुरु
प्रो. सिंह ने पुस्तकालय की बेसमेंट में जलभराव स्थिति का आकलन
सोनीपत, 20 अगस्त (Udaipur Kiran) । सोनीपत में दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,
मुरथल के पुस्तकालय की बेसमेंट हर मानसून में जलभराव से जूझती है। यह समस्या छात्रों
और कर्मचारियों के लिए बड़ी परेशानी बन चुकी थी। कुलगुरु प्रो. प्रकाश सिंह ने इसका
संज्ञान लेते हुए खुद बेसमेंट का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान कुलगुरु ने अधिकारियों को सख्त निर्देश
दिए। उन्होंने कहा कि पुस्तकालय की बेसमेंट में पानी बिल्कुल नहीं आना चाहिए। इसके
लिए स्थाई समाधान किया जाए। कुलगुरु ने आदेश दिया कि विश्वविद्यालय परिसर में 36 रेन
वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए जाएं। इन्हें आपस में जोड़कर जल निकासी की व्यवस्था
की जाए। कुलगुरु प्रो. सिंह ने कार्यकारी अभियंता का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे प्रो.
विजय शर्मा और अन्य अधिकारियों को समय पर कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने
कहा कि इस समस्या का हल जल्द किया जाए, ताकि विद्यार्थियों और कर्मचारियों को दिक्कत
न हो।
उन्होंने कहा कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग से दो फायदे होंगे।
पहला, विश्वविद्यालय का भूजल स्तर बढ़ेगा। दूसरा, परिसर में वर्षा का पानी जमा नहीं
होगा। इससे छात्रों और स्टाफ को मानसून में राहत मिलेगी। कुलगुरु ने जोर देकर कहा कि
परिसर में खड़े वर्षा जल की निकासी तुरंत की जाए। किसी भी विद्यार्थी या कर्मचारी को
पानी भराव से असुविधा नहीं होनी चाहिए। उ भविष्य में यह समस्या दोबारा न हो, इसका स्थाई
समाधान तय समय सीमा में पूरा किया जाए। इस औचक निरीक्षण और सख्त निर्देशों से उम्मीद
है कि विश्वविद्यालय की बरसाती समस्या जल्द ही खत्म होगी।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
