Madhya Pradesh

सभी सरकारी भवनों की छतों पर अब बिना निवेश के लगेंगे सोलर रूफटॉप संयंत्र

सोलर ऊर्जा (प्रतीकात्मक तस्वीर)

भोपाल, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री मोदी के वर्ष 2030 तक 500 गीगा वॉट नवकरणीय ऊर्जा उत्पादन के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में मध्य प्रदेश निरंतर आगे बढ़ रहा है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सौर ऊर्जा के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित कर रहे हैं। इसी क्रम में “प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’’ में बिना निवेश के प्रदेश के सभी शासकीय भवनों को दिसम्बर-2025 तक सौर ऊर्जीकृत किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिये रेस्को (RESCO) द्वारा सभी जिलों में पृथक-पृथक निविदाएं जारी कर दर आमंत्रित की गयी है।

नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने रविवार को बताया कि “प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’’ में प्रदेश में राज्य शासन के भवनों की छतों पर रेस्को पद्धति अंतर्गत सोलर रूफटॉप संयंत्र लगाने हैं। शासकीय विभागों को इन सौर परियोजनाओं में कोई निवेश नहीं करना होगा। शासकीय कार्यालयों द्वारा ऊर्जा के उपयोग के लिए रेस्को विकासक को प्रति यूनिट भुगतान करना होगा। रेस्को द्वारा लगाये गये संयंत्र की प्रति यूनिट दर विद्युत वितरण कंपनियों द्वारा निर्धारित व्यवसायिक दर (जिसमें शासकीय कार्यालय भी शामिल हैं) से काफी कम होगी। इस प्रकार शासकीय कार्यालय “शून्य निवेश, पहले दिन से बचत, नेट जीरो’’ के सिद्धांत पर कार्य कर सकेंगे।

उन्होंने बताया कि रेस्को परियोजना अंतर्गत मप्र ऊर्जा विकास निगम द्वारा प्रत्येक जिले के लिए पृथक–पृथक निविदा जारी की गई है। इसमें रेस्को विकासकों से प्रत्येक जिले के लिए पृथक–पृथक दर मांगी गई है। प्रत्येक जिले की न्यूनतम दर के आधार उस जिले में रेस्को परियोजनाएं स्थापित होंगी। भोपाल जिले में अधिकतम 15.6 मेगावाॅट की परियोजनाएं प्रस्तावित हैं, जबकि ग्वालियर जिले में 5.26 मेगावाॅट, इंदौर जिले में 3.12 मेगावाॅट, छिंदवाड़ा जिले में 1.43 मेगावाॅट, दतिया जिले में 1.4 मेगावाॅट, धार जिले में 1.34 मेगावाॅट की परियोजनाएं प्रस्तावित हैं।

शासकीय विभागों/संस्थाओं के भवन पर रेस्को इकाई द्वारा 25 वर्ष की अवधि के लिये सोलर रूफ़टॉप संयंत्र स्थापित किये जायेंगे। इस पूरी अवधि तक सोलर रूफ़टॉप संयंत्र का रख–रखाव रेस्को इकाई द्वारा किया जाएगा। रेस्को की आय पूरी तरह से 25 वर्ष तक सौर ऊर्जा के उत्पादन पर आधारित है। इससे रेस्को विकासक सौर संयंत्र से अधिकतम उत्पादन की कोशिश करेंगे, जिससे शासकीय विभागों को अधिकाधिक लाभ होगा।

नवकरणीय ऊर्जा मंत्री शुक्ला ने बताया कि वर्ष 2018 से 2020 के बीच मप्र ऊर्जा विकास निगम द्वारा राज्य में 133 शासकीय कार्यालयों में सफलतापूर्वक रेस्को पद्धति से सोलर रूफटॉप संयंत्र लगाए, जो सफलतापूर्वक संचालित हैं। इसमें आईआईएम इंदाैर, सीएपीटी भोपाल, शासकीय मेडिकल कॉलेज (रीवा, शिवपुरी, खण्डवा, दतिया, विदिशा), एनएलआईयू भोपाल, एजी कार्यालय ग्वालियर, साय भोपाल, भारत सरकार का पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन आदि शामिल हैं। मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के सफल एवं दक्षतापूर्ण क्रियान्वयन से निश्चित ही प्रदेश सौर ऊर्जा के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में होगा।——————–

(Udaipur Kiran) तोमर

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