
जम्मू, 10 सितंबर (Udaipur Kiran) । जम्मू और कश्मीर के एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय मास्टर (आईएम) सोहम कमोत्रा ने आज विवेक शतरंज अकादमी के युवा प्रशिक्षुओं को एक संवादात्मक सत्र में मार्गदर्शन दिया।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के पूरे शतरंज समुदाय के लिए प्रेरणास्रोत सोहम ने अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ द्वारा प्रदान किया जाने वाला एक उच्च-रैंकिंग शतरंज खिताब, अंतर्राष्ट्रीय शतरंज मास्टर (आईएम) बनकर एक अनूठी उपलब्धि हासिल की है। अकादमी के कोच विवेक भारती ने बताया कि शांत, संयमित और मृदुभाषी सोहम ने युवा प्रशिक्षुओं के साथ लगभग एक घंटा ऐसे बिताया जैसे वह उनमें से एक हों। जम्मू और कश्मीर के इस शीर्ष खिलाड़ी ने एक साथ छह उच्च रेटिंग वाले प्रशिक्षुओं के साथ एक अनोखा खेल खेला। इसके अलावा वह बिना बोर्ड देखे तीन खिलाड़ियों के साथ खेलने की क्षमता भी रखते हैं।
सोहम के आगमन पर विवेक शतरंज अकादमी ने रायशा कप का आयोजन किया। सोहम ने खिताबी ट्रॉफी जीती और उन्हें 1000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया। दूसरा स्थान सुरिंदर गुप्ता को मिला जबकि ईशान चौधरी तीसरे स्थान पर रहे और उन्हें 500-500 रुपये मिले। अमृता गुप्ता सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी चुनी गईं और नितिका को अंडर-12 वर्ग में सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया और उन्हें 500-500 रुपये दिए गए।
यहाँ यह बताना ज़रूरी है कि सोहम ने 2013 से 2020 के बीच सात वर्षों तक विवेक भारती से एक युवा प्रशिक्षु के रूप में शतरंज की मूल बातें सीखीं। जम्मू-कश्मीर से पहले अंतर्राष्ट्रीय शतरंज खिलाड़ी होने के अलावा सोहम के नाम कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडल भी है और वर्तमान में उनकी करियर की सर्वाेच्च रैंकिंग 2412 है।
(Udaipur Kiran) / अमरीक सिंह
