Maharashtra, 1 सितंबर (Udaipur Kiran) ।
मराठा समुदाय को ओबीसी कोटे से आरक्षण न दिए जाने की मांग पर ओबीसी समुदाय अड़ गया है। ओबीसी नेताओं ने चेताया है कि यदि हमारे कोटे से मराठा समाज को आरक्षण दिया गया तो हम भी लाखों की संख्या में मुंबई पहुंचेंगे। इस चेतावनी के बाद राज्य सरकार दोहरे संकट में फंस गई है।
मनोज जरांगे पाटिल का मुंबई में अनशन सोमवार को चौथे दिन भी जारी रहा। अब उनका स्वास्थ्य बिगड़ने लगा है। उनकी मांग है कि मराठा समुदाय को ओबीसी में शामिल कर आरक्षण दिया जाए। ऐसे में सरकार पर दबाव बढ़ने की संभावनाओं के बीच ओबीसी नेता भी सतर्क हो गए हैं। रसद मंत्री व ओबीसी नेता छगन भुजबल ने सोमवार को ओबीसी नेताओं के साथ मुंबई में बैठक की। भुजबल ने चेतावनी दी है कि अगर हम पर अन्याय हुआ तो हम भी लाखों की संख्या में मुंबई कूच करेंगे। मुंबई जाम हुई तो हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी। भुजबल ने ओबीसी कार्यकर्ताओं को राज्यव्यापी आंदोलन की तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया है।
मंत्री भुजबल ने कहा कि हमारे ओबीसी समाज में किसी अन्य की हिस्सेदार नहीं चाहिए। पहले 250 थे, अब 350 हो गए हैं. जरांगे पाटिल कह रहे हैं कि आपने 17 नई जातियों को शामिल कर लिया है। लेकिन वे लिंगायत समुदाय की उपजातियां थीं। आयोग की सिफारिशों के अनुसार, उन्हें ओबीसी में शामिल किया गया है। चार आयोगों, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने मराठों को ओबीसी में शामिल करने से इनकार किया है। शरद पवार ने मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू किया है। उन्होंने आगे कहा कि हमने तय कर लिया है, हम पूरे राज्य में अनशन करेंगे। हर जिले और तहसील में जुलूस निकाले जाएंगे और
हम कोर्ट जाएंगे।
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(Udaipur Kiran) / वी कुमार
