
पिता पर 15 लाख का कर्ज, रोने लगी तो अमिताभ बच्चन ने चुप कराया
हिसार, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिले के गांव काजलां निवासी स्नेहा बिश्नोई ने कौन
बनेगा करोड़पति (केबीसी) में साढ़े 12 लाख रुपए जीते हैं। स्नेहा ने अमिताभ बच्चन को
बताया कि उनके परिवार पर 15 लाख रुपए का कर्ज है और वह हमेशा सोचती थी कि इसे कैसे
चुकाया जाए। शो में जब स्नेहा ने फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट राउंड जीता तो वह भावुक होकर रो
पड़ीं। इस पर अमिताभ बच्चन ने उन्हें टिश्यू पेपर दिए। यूथ वीक के आखिरी दिन वे इस खास
कैटेगरी में चुनी गईं और 10 कंटेस्टेंट्स के बीच खेलने पहुंचीं। स्नेहा ने बताया कि
बारिश में उनकी फसलें खराब हो गईं, जिसकी वजह से पिता पर कर्ज बढ़ता गया। रोजमर्रा
के खर्च पूरे करना भी मुश्किल हो गया।
कार्यक्रम में उनके घर और परिवार की हालत भी
दिखाई गई। धीरे-धीरे कर्ज बढ़कर 15 लाख रुपए तक पहुंच गया था। घर पर जब कोई पैसे मांगने
आता था तो गुस्सा भी आता था। अक्सर सोचती थी कि इन परेशानियों से आखिर कैसे निकलूं। स्नेहा ने कहा कि मम्मी-पापा को मैं बस यहीं कहना चाहती हूं कि चाहे थोड़ा
वक्त ही क्यों न लग जाए, लेकिन मैं सब ठीक कर दूंगी। स्नेहा के कौन बनेगा करोड़पति
में पहुंचने पर बिश्नोई समाज ने उसे बधाई दी है। स्नेहा को बधाई देने को लेकर सोशल
मीडिया पर कई पोस्ट भी डाली गई हैं। इसके अलावा स्नेहा की फोटो को पोस्ट कर लिखा है
कि बिश्नोई समाज की होनहार बेटी ने समाज का नाम रोशन किया है। इस फोटो को कई प्लेटफार्म
पर शेयर किया गया है।
काजला गांव की रहने वाली स्नेहा ने कहा कि इस रकम से वह आधे से ज्यादा कर्ज
चुका पाएगी। स्नेहा हिसार में फैमिली कोर्ट में क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं। कुछ माह
पहले ही उसकी नौकरी कोर्ट में लगी है। पिता श्रवण कुमार बिश्नोई भी स्नेहा का हौसला
बढ़ाने के लिए कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम में पहुंचे थे। कार्यक्रम के दौरान अभिनेता
अमिताभ बच्चन ने नौकरी के बारे में पूछा तो स्नेहा ने बताया कि करीब पांच माह पहले
ही उसकी नौकरी लगी है। अमिताभ ने स्नेहा के पिता से कहा कि आपकी बेटी इस मंच पर पहुंची
है, इसके लिए आपको बहुत बहुत बधाई। उन्होंने कहा कि आपकी बेटी बहुत प्रतिभावान है।
साथ ही उनके काम के बारे में पूछा तो श्रवण कुमार ने बताया कि वह खेतीबाड़ी करते हैं।
इस पर अमिताभ बच्चन ने पूछा कि आपने अपने खेत में क्या बोया है। श्रवण ने कहा कि गेहूं
और बाजरा बोया है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
