Uttar Pradesh

चिकित्सकों को सर्पदंश प्रशिक्षण एवं वैज्ञानिक प्रबंधन आवश्यक : भानु चन्द्र गोस्वामी

डॉ टीम अधिकारियों के साथ

सुलतानपुर, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । उत्तर प्रदेश के जिला सुलतानपुर में राहत आयुक्त कार्यालय और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय सर्पदंश प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने चिकित्सकों को इस प्रकार के प्रशिक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया।

कलेक्ट्रेट के नवीन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में जिले के 50 चिकित्साधिकारियों ने भाग लिया। इसका उद्देश्य सर्पदंश के बढ़ते मामलों के मद्देनजर चिकित्सकों को वैज्ञानिक और व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना था। राज्य स्तर पर प्रबंधक कार्मिक शांतनु द्विवेदी ने कार्यक्रम का समन्वय किया, जबकि सर्पदंश सलाहकार काव्या शर्मा ने प्रशिक्षण की रूपरेखा और तकनीकी विषय वस्तु तैयार की। कार्यक्रम की शुरुआत अपर जिलाधिकारी राकेश सिंह और मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. भारत भूषण ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करके की।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. लालजी ने सर्पदंश के क्लीनिक प्रबंधन पर जानकारी देते हुए चिकित्सकों को त्वरित निर्णय लेने और शीघ्र इलाज शुरू करने की सलाह दी। मास्टर ट्रेनर्स डॉ. विष्णु स्वरूप, डॉ. इबरार अहमद, डॉ. सुनील कुमार और डॉ. रजनीश गुप्ता ने विषैले और गैर-विषैले सर्पदंश की पहचान के बारे में बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि हर सर्पदंश जानलेवा नहीं होता, लेकिन पहचान में लापरवाही घातक हो सकती है। उन्होंने रक्तस्राव, मांसपेशियों में कमजोरी और सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षणों की जानकारी दी और ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सकों की भूमिका पर जोर दिया, जिसमें इलाज के साथ-साथ समुदाय में जागरूकता फैलाना भी शामिल है।

आपदा विशेषज्ञ आदित्य प्रकाश जायसवाल ने कार्यक्रम का संचालन किया। प्रशिक्षण के दौरान प्रशासनिक अधिकारी घनश्याम ने जनपद स्तर पर निगरानी की, जबकि शासन स्तर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी कार्यक्रम की निगरानी की गई।

(Udaipur Kiran) / दयाशंकर गुप्त

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