देहरादून, 3 सितंबर (Udaipur Kiran) । राज्य के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने बुधवार को कहा कि महक क्रांति नीति रोजगार के अवसर उपलब्ध करने में सहायक होगी। इससे राज्य में 91 हजार से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे। औषधीय व सुगंधित पौधों के लिए कई जिलाें में एक विशेष वैली विकसित की जाएगी।
कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने बुधवार काे संगध पौध केन्द्र की समीक्षा बैठक की। इस दौरान मंत्री ने कहा कि प्रदेश में महक क्रांति नीति के विस्तार के लिए वर्ष 2025 से वर्ष 2047 (विकसित भारत संकल्प) तक की कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इसके प्रथम चरण में 22,750 हेक्टेयर क्षेत्रफल पर कार्य किया जाएगा, जिससे लगभग 1,050 करोड़ रुपये का टर्नओवर हाेगा और 91 हजार से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
उन्हाेंने बताया कि महक क्रांति नीति के अंतर्गत प्रदेश के विभिन्न जनपदों में औषधीय एवं सुगंधित पौधों के राेपण को बढ़ावा देने के लिए विशेष वैली विकसित की जाएंगी। महक क्रांति नीति आने वाले समय में प्रदेश के किसानों के लिए गेमचेंजर साबित होगी और इससे सुगंधित खेती को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस महत्वाकांक्षी योजना का ड्राफ्ट शीघ्र ही मंत्रिमंडल की बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये हैं।
उन्हाेंने बताया कि इस याेजना में चमोली एवं अल्मोड़ा में डैमस्क रोज़ वैली (2000 हैक्टेयर), चम्पावत एवं नैनीताल में सिनॉमन वैली (5200 हैक्टेयर), पिथौरागढ़ में तिमूर वैली (5150 हैक्टेयर), हरिद्वार व पौड़ी लैमनग्रास वैली (2400 हैक्टेयर), ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार में मिन्ट वैली (8000 हैक्टेयर) शामिल हैं। बैठक में सगंध पौध केंद्र के निदेशक डॉ. नृपेंद्र चौहान उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार
