Uttrakhand

अतिक्रमण के नाम पर लघु व्यापारियों का शोषण बर्दाश्त नहीं, दी आंदोलन की चेतावनी

बैठक के दौरान

हरिद्वार, 7 अगस्त (Udaipur Kiran) । मनसा देवी मंदिर मार्ग पर मची भगदड़ के बाद प्रशासन एक्शन मोड़ पर है, जिसके चलते प्रशासन द्वारा घाटों, मंदिर मार्गों से अतिक्रमण हटाया जा रहा है। इसी के तहत मनसा देवी मंदिर हादसे के बाद रोड़ीबेलवाला क्षेत्र में रेहड़ी-पटरी व्यवसायियों पर प्रशासन की ओर से अतिक्रमण को लेकर की जा रही कार्रवाई का विरोध तेज हो गया है।

प्रेस क्लब सभागार में आयोजित बैठक में रेहड़ी-पटरी व्यापारियों, ऑटो यूनियन और भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने एक स्वर में इस कार्रवाई को अन्यायपूर्ण बताते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। बैठक की शुरुआत हादसे में मृतकों को श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन रखकर की गई।

लघु व्यापारियों के नेता संजय चोपड़ा ने कहा कि वर्ष 2012 में बनाए गए 15 अधिकृत वेंडिंग जोनों में रोड़ीबेलवाला क्षेत्र भी शामिल है, बावजूद इसके प्रशासन इस क्षेत्र में अतिक्रमण के नाम पर दुकानदारों को खदेड़ने में लगा है। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन का यह रवैय्या यूं ही चलता रहा तो आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। डीएम मयूर दीक्षित से वार्ता की जाएगी और यदि समाधान नहीं निकला तो व्यापक आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।

ऑटो यूनियन अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा ने व्यापारियों को संगठित रहने की अपील करते हुए कहा कि अगर लघु व्यापारी एकजुट हो जाएं, तो अपने जनप्रतिनिधि खुद चुन सकते हैं। महिला मोर्चा की नेता पूनम माकन ने कहा कि अतिक्रमण का मुद्दा केवल रेहड़ी वालों तक सीमित नहीं है। यदि बड़े बाजार के व्यापारी अतिक्रमण हटाएं, तो छोटे व्यापारी भी पीछे नहीं रहेंगे।

कार्यक्रम में व्यापारी नेताओं ने स्पष्ट कहा कि सभी लघु व्यापारियों को संगठित होना होगा, तभी शोषण के खिलाफ लड़ाई सफल हो सकेगी। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को पटका पहनाकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर प्रभात चौधरी, शिव कुमार गुप्ता, तेजप्रकाश साहू, पं. चंद्र प्रकाश शर्मा, कमल शर्मा, किसान नेता अनिल शर्मा, मोनू तोमर, तस्लीम अंसारी, आलोक मिश्रा आदि मौजूद रहे।

(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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