
भागलपुर, 9 सितंबर (Udaipur Kiran) । भागलपुर के समाहरणालय परिसर में मंगलवार को एक दिवसीय धरना दिया गया। झुग्गी झोपड़ी संघर्ष द्वारा आयोजित धरना स्थल पर सभा भी हुई। जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ साथी अनिरुद्ध तथा संचालन मो. कासिम ने किया।
संचालन करते हुए झुग्गी झोपड़ी संघर्ष समिति के संयोजक मो. कासिम ने कहा कि झुग्गी झोपड़ी संघर्ष समिति गांधी, लोहिया, जेपी और अंबेडकर के विचारों पर चलने वाला संगठन है और लगातार 40 वर्षों से छात्र युवा संघर्ष वाहिनी और गंगा मुक्ति आंदोलन जैसे संगठनों से मिलकर शांतिपूर्ण संवैधानिक अधिकारों की लड़ाई लड़ रहा है।
पूर्व संयोजक अनिरुद्ध ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि हम लोग भीखनपुर गुमटी नंबर 1 से लेकर धोबिया कोठी तक परित्यक्त छोटी रेलवे लाइन (अब नहीं है) पर 35 वर्षों से भी अधिक समय से बसे हुए हैं। परिधि के निदेशक उदय ने कहा कि हमारे अभियान और प्रयास से जिला प्रशासन ने हमारा नाम वोटर लिस्ट में शामिल किया, राशन कार्ड मुहैया कराया तथा पानी बिजली भी दिया है। लेकिन बार बार आश्वासन के बाद भी हमें स्थाई आवास नहीं दिया गया है।
गंगा मुक्ति आंदोलन के गौतम कुमार ने कहा कि विकास नीतियों की गड़बड़ी से गांव का रोजगार खत्म हुआ है तथा बाढ़ कटाव बढ़ा है। इस कारण झुग्गी झोपड़ी और शहरी गरीब की समस्या भयावह हुई है। मौके पर संगठन की ओर से जिलाधिकारी महोदय की अनुपस्थिति में मजिस्ट्रेट राजेश कुमार को एक स्मारपत्र सौंपते हुए यह मांग किया गया है कि भीखनपुर गुमटी नम्बर 2 से आगे अभी धोबिया कोठी तक रेलवे कोई काम नहीं कर रहा है। इसलिए किसी को भी अभी नहीं उजाड़ा जाय। फकीरतकिया और इस्लाम नगर झुग्गी झोपड़ी वासियों में ज्यादातर लोग मुस्लिम हैं। अतः इनके लिए अलग बसाने के लिए जमीन आवंटित हो। सेंटिंग रेलवे लाइन बिछाने के लिये भीखनपुर गुमटी नम्बर 1 और 2 तथा मेडिकल की जमीन मायागंज के जिन झुग्गी वासियों को उजाड़ा गया उन्हें भी यथा शीघ्र बसाया जाए। तत्काल सरकारीकर्मी द्वारा झुग्गी झोपड़ी के घरों का अद्यतन सर्वे कराकर उन्हें अस्थाई होल्डिंग नम्बर दिया जाय। जिससे अनियमितता रुके।
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(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर
