सिरसा, 22 जून (Udaipur Kiran) । सिरसा जिला के रानियां कस्बे में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है, जहां बेटों ने अपने पिता का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया।
इसके बाद पवित्र मानव सेवा आश्रम द्वारा मृतक व्यक्ति का अंतिम संस्कार किया गया। जानकारी के अनुसार रानियां के वार्ड नंबर 9 में रहने वाले बलविंद्र सिंह का रविवार को निधन हो गया। बलविंद्र सिंह कुछ दिनों से सिरसा के नागरिक अस्पताल में भर्ती था। हालत में सुधार होने के बाद उसे पवित्र मानव सेवा आश्रम रानियां में भेज दिया गया।
आश्रम में पहुंचने के बाद बबलू प्रजापत ने उसके परिजनों का पता लगाकर उसके बेटे प्रवीन सिंह व गुरदीप सिंह को अपने पिता को घर ले जाने के लिए बात की परंतु उन्होंने साफ मना कर दिया।
बबलू ने बताया कि रविवार दोपहर बलविंद्र सिंह का देहांत हो गया जिसके बाद उसने पुलिस से संपर्क कर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल भिजवाया और उसके परिजनों से संपर्क कर संस्कार की प्रक्रिया पूरी करने की बात की लेकिन मृतक के बेटों व बहुओं ने संस्कार करने से मना कर दिया। आश्रम संचालक व मृतक की तलाकशुदा पत्नी कुलदीप कौर और वार्ड वासियों ने इंसानियत का फर्ज अदा करते हुए अंतिम संस्कार किया। मृतक बलविंद्र सिंह की तलाकशुदा पत्नी कमलजीत कौर ने बताया कि करीब 10 साल पहले उसका बलविंद्र सिंह से तलाक हो गया था और मृतक के तीन बेटे थे, जिसमें बड़े बेटे बिट्टू सिंह का 4 साल पहले निधन हो चुका है और दो बेटे प्रदीप सिंह व गुरदीप अभी रानियां रह रहे हैं। जो मजदूरी का कार्य करते हैं।
मृतक बलविंद्र मूल रूप से पंजाब के अबोहर तहसील के एक गांव का रहने वाला था। जिसकी शादी कमलजीत कौर निवासी भड़ोलियां वाली से हुई थी। मृतक बलविंद्र सिंह ड्राइविंग का कार्य करता था और मौजूदा समय में वह परिवार की देखभाल के बिना लावारिस हालाल में रानियां में ही रहता था।
रानियां थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि मृतक बलविंद्र सिंह पंजाब का रहने वाला है और उसका परिवार अभी पंजाब में रह रहा है। जो पिछले काफी समय से यहां लावारिस अवस्था में घूम रहा था। जिसके मरने के बाद उसके बेटों ने मृतक का संस्कार करने से मना कर दिया और पवित्र मानव सेवा आश्रम से संचालक बबलू प्रजापत ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर मोहल्लावासियों के सहयोग से अंतिम संस्कार किया।
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(Udaipur Kiran) / Dinesh Chand Sharma
