
सिरसा, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । भारतीय किसान एकता (बीकेई) के प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख गुरुवार को जिले के गांव गुडियाखेड़ा में हिसार घग्गर सेमनाला से प्रभावित ग्रामीणों से मिले। ग्रामीणों ने किसान नेता को बताया कि क्षेत्र में अब तक हजारों एकड़ बरसात व बाढ़ से प्रभावित हुई है।
औलख ने बताया कि चोपटा क्षेत्र पहले ही सेम से प्रभावित है, गुडियाखेड़ा के पास मोडियाखेड़ा के रकबे में सेमनाला टूटने से बकरियांवाली, मोडियाखेड़ा और गुडियाखेड़ा के किसानों की लगभग चार हजार एकड़ तैयार फसल डूब गई है, बहुत सारे ढाणियों में बने हुए मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं, सोलर पैनल भी पानी की चपेट में आकर खराब हो गए हैं।
हिसार घग्गर ड्रेन में पानी अभी भी ओवरफ्लो चल रहा है। बुधवार रात को गांव जंडवाला, चाहरवाला और शक्करमंदौरी की सीमा में हिसार घग्गर ड्रेन टूट गई थी, जिसे ग्रामीणों द्वारा बांधने का काम चल रहा है। ड्रेन की वजह से सेम ज्यादा बढ़ गई है। गुडियाखेड़ा की तरफ कई ग्रामीणों के मकान भी सेम से खराब हो रहे हैं। गुडियाखेड़ा के ग्रामीणों ने कहा कि दिन-रात पूरा गांव ड्रेन पर पहरा देकर गांव को बचा रहा है। ग्रामीण अपने ट्रैक्टर-ट्रालियों से अपने खर्चे पर ड्रेन के बांधों पर मिट्टी डाल रहे हैं।
औलख ने कहा कि केमिकल वाला पानी सेमनाले में आ रहा है, जिसकी वजह से लोगों को चर्म रोग हो रहा है, पशु भी बीमार हो रहे हैं। हमारी जिला प्रशासन से अपील है कि सेमनाले से प्रभावित क्षेत्र में मेडिकल की टीमें भेजी जाए, जलभराव से मच्छर बढ़ रहे हैं। फॉगिंग भी कराई जाए और पशुओं के लिए वेटरनरी डॉक्टर भी नियुक्त किए जाएं, ताकि महामारी को फैलने से रोका जा सके। इस मौके पर बीकेई प्रदेश महासचिव अंग्रेज सिंह कोटली, महावीर गोदारा, प्रेमा सिंह, मनीराम, साहब राम, विनोद, सुभाष, भजनलाल, हवा सिंह, गिरधारी, विनोद, राम सिंह, सतपाल, राकेश आदि किसान मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / Dinesh Chand Sharma
