हुगली, 16 अगस्त (Udaipur Kiran) । हुगली ज़िले के सिंगूर स्थित एक निजी नर्सिंग होम में तीन दिन पहले मृत मिली नर्स के परिवार ने शनिवार को उसकी मौत की सीबीआई से जांच कराने की मांग की।
परिजनों की यह मांग शव को पोस्टमार्टम के लिए कल्याणी एम्स भेजे जाने के कुछ ही घंटों बाद सामने आई है।
शव को केंद्रीय चिकित्सा संस्थान भेजने का फ़ैसला तब लिया गया जब मृतक नर्स के माता-पिता ने कहा कि उन्हें सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाने पर भरोसा नहीं है।
मृतका के भाई ने कहा, कोलकाता में जो कुछ हुआ, जिस तरह से शव को सिंगूर से कलकत्ता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया, उसके बाद मैं अब राज्य सरकार पर निष्पक्ष पोस्टमार्टम करने का भरोसा नहीं कर सकता। हमें भी लगता है कि मेरी बहन की हत्या की गई है, इसलिए हम उसकी मौत की सीबीआई जाँच की मांग करते हैं। ताकि सच्चाई सामने आए।
यह घटना पिछले साल कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ हुए जघन्य बलात्कार और हत्या की याद दिलाती है, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। परिवार ने भी जल्दबाजी में पोस्टमार्टम और आनन-फानन में अंतिम संस्कार किए जाने के बाद मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी।
बुधवार रात एक निजी अस्पताल से एक नर्स का शव बरामद हुआ।
उसका शव नर्सिंग होम के एक कमरे में छत से लटका मिला।
हैरानी की बात यह है कि युवती तीन दिन पहले ही निजी नर्सिंग होम में नर्स के तौर पर भर्ती हुई थी। उसने पिछले साल बेंगलुरु के एक नर्सिंग संस्थान से जनरल नर्सिंग मिडवाइफरी (जीएनएम) का तीन वर्षीय डिप्लोमा कोर्स पूरा किया था। सिंगुर पुलिस ने अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया गया था।
हालांकि, परिवार ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी की हत्या की गई है।
परिवार ने नर्सिंग होम के मालिक के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है। उनकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने घटना के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए लोगों में नर्सिंग होम के मालिक सुबीर घोरा और मृतका के प्रेमी राधागोविंद घाटन के रूप में हुई है।
शुरुआती जांच में पता चला है कि नर्सिंग छात्रा गिरफ्तार राधागोविंद घाटन के साथ प्रेम संबंध में थी। उसका घर पूर्व मिदनापुर के एगरा इलाके में है।
घाटन द्वारा शादी से इनकार करने के बाद नर्स कथित तौर पर मानसिक रूप से परेशान थी। आरोप है कि नर्सिंग होम का मालिक युवती के साथ दुर्व्यवहार करता था।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
