देहरादून, 6 सितंबर (Udaipur Kiran) । सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत एवं पशुपालन एवं दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा की संयुक्त अध्यक्षता में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश भर में साइलेज के उत्पादन, पैकेजिंग व वितरण से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया।
आज यमुना कॉलोनी स्थित शासकीय आवास पर बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया कि सहकारिता एवं पशुपालन-दुग्ध विभाग का संयुक्त प्रयास पशुपालकों को उच्च गुणवत्ता वाला चारा रियायती दरों पर उपलब्ध कराने में क्रांतिकारी साबित होगा। इससे न केवल पशु पोषण सुनिश्चित होगा, बल्कि दुग्ध उत्पादन में भी वृद्धि होगी, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई मजबूती मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड के सभी 10 पर्वतीय जनपदों में पहले से ही यह योजना संचालित है। अब इस समीक्षा बैठक में इसे और अधिक व्यापक रूप देने पर सहमति बनी है ताकि अधिक से अधिक पशुपालक इस योजना का लाभ उठा सकें।
सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि दो विभागों के बीच सशक्त तालमेल से प्रदेश के किसानों व पशुपालकों को दीर्घकालिक लाभ प्राप्त होगा और वे आर्थिक रूप से सशक्त बनेंगे। पशुपालन एवं दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा साइलेज उत्पादन एवं वितरण में सहकारिता की भागीदारी से पशुपालकों को लागत में भारी बचत होगी और यह प्रयास दुग्ध क्षेत्र में नवाचार व विकास के द्वार खोलेगा।बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि विभागीय समन्वय को संस्थागत रूप दिया जाए ताकि योजनाओं का क्रियान्वयन शीघ्रता से हो और पशुपालकों को स्थायी व प्रभावी लाभ मिल सकें।
इस अवसर पर सचिव सहकारिता एवं पशुपालन-दुग्ध विकास डॉ. बी.वी.आर. परुषोत्तम, निबंधक सहकारिता डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, अपर निबंधक आनंद शुक्ल आदि दोनों विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / विनोद पोखरियाल
