
जोधपुर, 22 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । ‘सतगुरु बंदी छोड़ है, जीवन मुकत करे ओडीणा’ ‘दिवाली दी रात दीवे बालियन, तारे जात सनात अंबर भालियन’ भक्ति, उल्लास और प्रकाश से भरी इन पंक्तियों के साथ जोधपुर सिख समाज की ओर से दीपावली व बंदी छोड़ दिवस का पावन पर्व मनाया गया। जोधपुर के समस्त गुरुद्वारा साहिब में मंगलवार को यह पर्व बड़ी श्रद्धा, भावना और उत्साह के साथ मनाया गया।
जोधपुर सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कोऑर्डिनेटर एवं गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा के प्रधान सरदार दर्शन सिंह लौटे तथा सचिव कुलदीप सिंह सलूजा ने बताया कि इस अवसर पर शहर के सभी गुरुद्वारों में विशेष साज-सज्जा व रोशनी की गई।
सिंधी कॉलोनी स्थित गुरुद्वारा गुरु तेग बहादुर साहिब और आनंद सिनेमा के पास स्थित गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा में शाम को रहरास साहिब के पाठ उपरांत विशेष कीर्तन दीवान का आयोजन हुआ। दीवान में रागी जथों ने गुरबाणी कीर्तन प्रस्तुत कर संगत को निहाल किया। कार्यक्रम में ज्ञानी ने सिख इतिहास में बंदी छोड़ दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला गया। यह दिवस छठे गुरु गुरु हरगोबिंद साहिब द्वारा कैद से मुक्ति पाने और साथ ही 52 राजाओं को स्वतंत्रता दिलाने की स्मृति में मनाया जाता है। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालु गुरु घरों में एकत्र हुए, गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष शीश नवाया और दीपक प्रज्ज्वलित कर सरबत के भले की अरदास की।
प्रकाश गुरुपर्व को समर्पित प्रभात फेरी शुरू
गुरु नानक देव के प्रकाश गुरुपर्व के उपलक्ष्य में जोधपुर में धार्मिक कार्यक्रमों की शुरुआत सोमवार से हो चुकी है। इस पावन अवसर पर प्रभातफेरी का आयोजन प्रतिदिन अमृतवेले किया जाएगा। गुरुद्वारा सिंह सभा के सचिव सरदार कुलदीप सिंह सलूजा ने बताया कि प्रभातफेरी गुरुद्वारा सिंह सभा से प्रतिदिन अमृतवेले प्रात: 4.30 बजे प्रारंभ होगी। उन्होंने बताया कि प्रभातफेरी में श्रद्धालु संगत की ओर से गुरुबाणी कीर्तन, शब्द गायन एवं सतनाम श्री वाहेगुरु के जयघोष के साथ नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए प्रभातफेरी का समापन गुरुद्वारा परिसर में किया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / सतीश