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सब्सक्रिप्शन के लिए खुला सिहोरा इंडस्ट्रीज का आईपीओ, 14 अक्टूबर तक कर सकते हैं आवेदन

सब्सक्रिप्शन के लिए खुला सिहोरा इंडस्ट्रीज का आईपीओ

नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । टेक्सटाइल सेक्टर के लिए काम करने वाली कंपनी सिहोरा इंडस्ट्रीज का 10.56 करोड़ रुपये का आईपीओ आज सब्सक्रिप्शन के लिए लॉन्च कर दिया गया। इस आईपीओ में 14 अक्टूबर तक बोली लगाई जा सकती है। आईपीओ में बोली लगाने के लिए 66 रुपये प्रति शेयर का मूल्य तय किया गया है, जबकि लॉट साइज 2,000 शेयर का है। आईपीओ के तहत 16 लाख नए शेयर जारी किए जा रहे हैं।

इस आईपीओ में रिटेल इनवेस्टर्स के लिए 47.50 प्रतिशत हिस्सा रिजर्व है। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (एनआईआई) के लिए भी 47.50 प्रतिशत हिस्सा रिजर्व रखा गया है। इसके अलावा मार्केट मेकर्स आफ्टरट्रेड ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड के लिए 5 प्रतिशत हिस्सा रिजर्व रखा गया है। इस इश्यू के लिए सौभाग्या कैपिटल ऑपशंस लिमिटेड को बुक रनिंग लीड मैनेजर बनाया गया है। वहीं बिगशेयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को रजिस्ट्रार बनया गया है। इश्यू की क्लोजिंग के बाद 15 अक्टूबर को शेयरों का अलॉटमेंट किया जाएगा। कंपनी के शेयर 17 अक्टूबर को बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होंगे।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 30 लाख रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर 60 लाख रुपये और 2024-25 में उछल कर 1.87 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की आय में उतार चढ़ाव होता रहा। वित्त वर्ष 2022-23 में इसे 12.10 करोड़ रुपये की आय हुई, जो वित्त वर्ष 2023-24 में घट कर 11.62 करोड़ और वित्त वर्ष 2024-25 में उछल कर 15.06 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। इसी तरह मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान अप्रैल से अगस्त महीने के दौरान कंपनी को 45 लाख रुपये का शुद्ध लाभ हो चुका है, जबकि इस अवधि में कंपनी को 5.86 करोड़ रुपये की आय हुई है।

इस अवधि में कंपनी के कर्ज में भी उतार चढ़ाव होता रहा। वित्त वर्ष 2022-23 के अंत में कंपनी पर 3.86 करोड़ रुपये के कर्ज का बोझ था, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 5.30 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गय़ा। इसके बाद वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी पर कर्ज का बोझ कम होकर 5.14 करोड़ रुपये के स्तर पर और मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान अप्रैल से अगस्त महीने तक 5.71 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। इस दौरान कंपनी के रिजर्व और सरप्लस में भी उतार चढ़ाव होता रहा। ये वित्त वर्ष 2023-24 में 2.71 करोड़ रुपये के स्तर पर था, जो 2024-25 में घट कर 1.53 करोड़ रुपये के स्तर पर और मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान अप्रैल से अगस्त महीने तक 1.98 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया।

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(Udaipur Kiran) / योगिता पाठक

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