
औरैया, 27 नवंबर (Udaipur Kiran) । औरैया जिले के सहार में बिधूना तिराहे पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन गुरुवार को भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का मनमोहक वर्णन किया गया। कथा के माध्यम से अहंकार से बचने और जीवन का आनंद लेने का संदेश दिया गया।
कथाव्यास सोनेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी ने बताया कि अहंकार व्यक्ति को पतन की ओर ले जाता है, इसलिए घमंड किए बिना भगवान कृष्ण की लीलाओं की तरह जीवन को संपूर्ण रूप से जीना चाहिए। उन्होंने बाल लीलाओं में माखन चोरी, गोपियों से अटखेलियाँ और गोवर्धन पर्वत उठाने की कथा का वर्णन कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। कथा में बताया गया कि जब इंद्र देवता ने वृंदावन पर वर्षा करने का निश्चय किया, तब कृष्ण ने अपनी अंगुली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर लोगों और पशुओं की रक्षा की।
इस अवसर पर क्षेत्र के विद्वान पंडित सुभाष पांडेय ने वैदिक रीति-रिवाज और नियम निष्ठा के साथ मंत्रोच्चारण कर पूरी कथा को भक्तिमय वातावरण में बदल दिया। गाजा-बाजा, ढोल-नगाड़े और भक्ति गीतों के साथ संस्कृत श्लोकों ने माहौल और भी आकर्षक बनाया।
कथा में कालिया मर्दन और गोवर्धन लीला का भी वर्णन किया गया। मुख्य यजमान राजेश शर्मा, राधारानी शर्मा, राकेश शर्मा, विमलेश शर्मा, डॉ. अबधेश शर्मा, श्याम कृष्णा मोनू शर्मा, रजनीश पोरवाल और शिवम सहित कई श्रोतागण उपस्थित रहे
(Udaipur Kiran) कुमार