
नाै दिवसीय श्री राम कथा के तीसरे दिन धूमधाम से मनाया गया श्री राम जन्मोत्सव
मुरादाबाद, 28 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । कुंज बिहारी महिला मंडल के तत्वावधान में सिविल लाइन स्थित पुलिस लाइन मंदिर में आयोजित संगीतमय नाै दिवसीय श्री राम कथा के तीसरे दिन मंगलवार को श्री राम जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। कथा में भगवान राम के जन्म से पूरा पंडाल जयश्री श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा।
कथावाचक आचार्य व्योम त्रिपाठी ने कहा कि भगवान का जन्म असुरों और पापियों का नाश करने के लिए हुआ था। भगवान राम ने बाल्यावस्था से ही असुरों का नाश किया। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जीवन चरित्र अनंत सदियों तक चलता रहेगा। राम कथा में माता-पिता व भाई के प्रति प्रभु राम का जो स्नेह प्रेम सदा-सदा के लिए अमर है। उन्होंने कहा कि राजा दशरथ के संतान न होने के कारण अपने कुलगुरु वशिष्ठ के पास जाते हैं। जहां वशिष्ठ द्वारा श्रृंगी ऋषि से शुभ पुत्र कामेष्टि यज्ञ करवाते हैं। यज्ञ कुंड से अग्नि देवता प्रकट होकर राजा दशरथ को खीर प्रदान करते हैं, जिसके बाद राजा दशरथ अपनी तीनों रानियों कौशल्या, कैकई और सुमित्रा को खीर देते हैं और फिर उस खीर के खाने से तीनों रानियों को भगवान राम सहित भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न का जन्म होता है।
कथा वाचक ने आगे बताया कि जब-जब धरती पर पाप की वृद्धि होती है तब-तब पाप का नाश करने के लिए भगवान धरती पर जन्म लेते हैं। भगवान और भक्त का जनम-जनम का नाता है। भगवान भक्त वत्सल हैं एवं भक्त भगवान से कोई भी नाता जोड़ सकता है। भगवान भक्त के वश में होते हैं और भगवान भक्त की पुकार पर मानव को मानवता का पाठ पढ़ाने के लिए धरती पर जन्म लेते हैं। पृथ्वी से पाप के भार को कम करने के लिए धरती पर भगवान अवतरित होते हैं।
कथा में मुख्य यजमान के रूप में डॉ शशि अरोड़ा, अशोक कुमार अरोड़ा रहे। इस अवसर पर वृंदावन से पधारे पंडित राघव, निमित जायसवाल, किरन सिक्का, उमा शर्मा, शिवानी शर्मा, मानवी मुंज्याल, डॉ कविता भटनागर, डॉ अंशु सरीन, डॉ गीता परिहार, अमिता शर्मा, श्वेता कपूर, शिक्षा गोयल, नेहा अग्रवाल, कंचन शर्मा, अंजू मेहरोत्रा, अनिल भगत आदि रहे।
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल