Uttar Pradesh

प्रयागराज में स्थापित होगा श्री हीरालाल चौरसिया सेविंग लाइव तैराकी प्रशिक्षण संस्थान

मीडिया से वार्ता करते हुए स्वर्गीय हीरालाल चौरसिया के परिवार के सदस्यों एवं समाजसेवी आनंद घिंडियाल का छाया चित्र

प्रयागराज,04 अगस्त (Udaipur Kiran) । तैराकी को शिक्षा से जोड़ने के उद्देश्य से शहर में श्री हीरालाल चौरसिया सेविंग लाइव प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना प्रयागराज शहर के कर्नलगंज में की जा रही है। यह जानकारी साेमवार को मीडिया से तैराकी में विश्व रिकार्ड कायम करने वाले स्वर्गीय हीरालाल चौरासिया के नाती इंजीनियर हिमाशुं चौरसिया ने दी।

उन्होंने बताया कि हमारा उद्देश्य है कि लोगों को तैराकी की ओर प्रेरित करना है। क्योंकि चिकित्सकों का भी मानना है कि यह सबसे उत्तम व्यायाम है। आज के समय में युवा पी​ढ़ी मानसिक और शारीरिक स्वस्थ्य की चुनौतियों से जूझ रही है। डाक्टर और स्वास्थ्य विशेषज्ञ लगातार सुझाव दे रहें कि सिर्फ जिम में एसी के नीचे पसीना बहाना काफी नहीं , बल्कि असली उर्जा मिलती है प्राकृतिक और जल आधारित गति विधियों से। जन्म के बाद विदेशों में तो बच्चों को तत्काल तैरने के लिए तालाब में उतार देते हैं। लेकिन हमारे देश में ऐसा नहीं होता है। बल्कि हमारे परिवार में दस माह के बच्चे ने 1971 में तैराकी का कीर्तिमान हासिल किया था।

उन्होंने कहा कि तैराकी न केवल शरीर को​ फिट रखती है, बल्कि यह फेफड़ों, हृदय और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी वरदान है और सबसे बड़ी बात यह एक जीवन रक्षक कला है। हमारा उद्देश्य सिर्फ तैराकी को खेल के रूप में बढ़ावा देना नहीं है, ​बल्कि इसे जीवन रक्षक कला के रूप में हर बच्चे, हर युवा और हर नागरिक तक पहुंचाना है। तैरना सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि दूसरों को जीवन बचाने के ​लिए होना चाहिए।

हमारी योजना है कि तैराकी को स्वास्थ्य के लिए राष्ट्रीय अभियान बनाएं, तैराकी को शिक्षा का एक हिस्सा बनाया जाए। हर युवा को तैराकी का प्रशिक्षण लेकर जीवन रक्षक बनने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। यह एक प्राण रक्षक कला है। स्वर्गीय श्री हीरा लाल चौरसिया को राष्ट्रीय स्तर का सम्मान प्राप्त हो, जिनके वो हकदार हैं। हमारा पूरा परिवार तैराकी के लिए जाना जाता है। हमारे दादा जी स्वर्गीय हीरालाल ने अपने हाथ और पैरों को बेड़ियों में बांधकर 88 घंटे 56 मिनट तैराकी करने का विश्व रिकार्ड 1954 में बनाया था। आज 71 वर्ष के बाद भी उनका रिकार्ड कायम है।

—————

(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल

Most Popular

To Top