

शिवपुरी, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले की करैरा तहसील से अंतिम संस्कार की एक हैरान करने वाली तस्वीर ने सरकार की व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी है। यहां बारिश के दौरान एक वृद्ध की मौत के बाद उसका अंतिम संस्कार करने के लिए परिजनों को तिरपाल का सहारा लेना पड़ा।
दरअसल, करैरा ब्लॉक से महज 8 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत कालीपहाड़ी में सोमवार को प्रेमनारायण रजक (62) वर्ष का निधन हो गया था। वृद्ध के अंतिम संस्कार के दौरान आई बारिश ने सारा काम बिगाड़ दिया और चिता भीग गई, जिससे आग जलाने में दिक्कत आने लगी। ऐसे में मुक्तिधाम पर बारिश से बचाव का कोई इंतजाम न होने पर मृतक के परिजनों द्वारा श्मशान घाट पर तिरपाल अपने हाथों से पकड़कर अस्थायी ढांचा खड़ा किया, जिसके नीचे चिता को किसी तरह से जलाया गया। परिजन और ग्रामीण भीगते हुए अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
इस मार्मिक तस्वीर ने शिवपुरी में शासन के विकास के दावों की पोल खोलकर रख दी है। प्रदेश में सरकार की ओर से विकास के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन असल तस्वीर काफी अलग है। गांव में मुक्ति धाम नहीं होने के संबंध में ग्राम पंचायत के सरपंच पवन जाटव का कहना है कि हमारे द्वारा प्रशासन से नए श्मशान घाट की मांग कई बार की लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
क्या कहते हैं जिम्मेदार –
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला शिवपुरी हिमांशु जैन का कहना है कि मुझे इस घटना के संबंध में अभी जानकारी नहीं है मैं जानकारी लेकर आपको बताता हूँ।
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(Udaipur Kiran) / युगल किशोर शर्मा
