
जोधपुर, 27 जून (Udaipur Kiran) । अपने गृह नगर जोधपुर आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान हर रोज सुर्खियों में बन रहे हैं। शुक्रवार को गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए संजीवनी घोटाले को लेकर पूछे गए सवाल पर विस्तार से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि अब केस वापसी का वक्त है। अब तक इस केस में तकरीबन 15 पेशी तो हो चुकी है। शेखावत को चाहिए कि वे पीडि़तों की संघर्ष समिति के साथ बैठकर बात करने के लिए आगे आएं।
पूर्व सीएम अशोक गहलोत पिछले तीन दिनों से जोधपुर दौरे पर है। शुक्रवार को उन्होंने संजीवनी सोसायटी मामले में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हम लोग आपस में बातचीत करें और बैठकर चर्चा करें। उल्लेखनीय है कि एक तरफ हाईकोर्ट से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को क्लीन चिट मिल चुकी है, तो दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर इसी मुद्दे पर जोधपुर में बड़ा बयान देकर सियासी तापमान बढ़ा दिया है। पूर्व सीएम बोले-गजेंद्र सिंह शेखावत कैबिनेट मंत्री है, जो बड़ी बात है। वे सरकार का हिस्सा हैं। उन्हें चाहिए कि वे आगे आए। हम लोग आपस में बात करे। जैसा वे दावा करते हैं कि वे निर्दोश हैं तो हमें खुशी होगी की वे निर्दोष साबित हो। इस मामले में जो पीडि़त है उन्होंने अपनी पूरी कमाई और पेंशन लगा दी। वे तकलीफ में है और हम उनकी तकलीफ को हटाए। हमारा किसी को टारगेट करने का उद्देश्य नहीं है। हम चाहते हैं कि जो समस्याएं हैं वे कैसे हल हो। इसलिए हम चाहते हैं कि गजेंद्र सिंह शेखावत खुद बात करें और हम आपस में चर्चा करे। मानहानि केस पर गहलोत बोले कि बार-बार वो इशू बना देते हैं। कोई कैसे किसी के पिता का नाम ले सकता है। मैंने तो ये ही कहा था कि उनके माता-पिताजी और परिवार का नाम डॉक्यूमेंट में है। इसी का बहाना बनाकर उन्होंने केस कर दिया। वे भी पेशी पर आते हैं है और मैं भी जाता हूं। अब तक 15 पेशी हो चुकी है। अब वे केस विड्रॉ करें और संजीवनी मामले के लिए आगे आए। तब मैं मानूंगा कि वे निर्दोष है।
भजनलाल पर पलटवार, बोले- उन्हें इमरजेंसी की ज्यादा जानकारी नहीं
इमरजेंसी को लेकर गुरुवार को सीएम भजनलाल शर्मा द्वारा दिए गए तीखे बयान के जवाब में गहलोत न कहा कि भजनलालजी भजन करने वाले हैं, उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है। हम भी इमरजेंसी में जेल गए थे। फर्क इतना है कि इंदिरा गांधी के दोबारा सत्ता में आने के बाद जब गिरफ्तारियां हुईं, तब हम भी गिरफ्तार हुए। गहलोत ने सीएम को अनुभवहीन बताते हुए कहा कि वे नौजवान हैं, पहली बार विधायक और सीधे मुख्यमंत्री बन गए हैं, उन्हें कई मामलों की जानकारी नहीं है, इसलिए उनकी बातों को माइंड नहीं करना चाहिए। गहलोत ने एक बार फिर दोहराया कि कांग्रेस पहले ही इमरजेंसी को लेकर खेद जता चुकी है। उन्होंने कहा कि जब इंदिरा गांधी दोबारा प्रधानमंत्री बनी थीं, तब पार्टी नेताओं ने इस गलती को स्वीकार किया था। इस कारण यह अध्याय खत्म हो चुका है। बता दें कि गुरुवार को भजनलाल शर्मा ने जोधपुर में कहा था, गहलोत साहब कहते हैं कि इमरजेंसी को भूल जाना चाहिए, लेकिन जिनके घर के लोग जेल में थे, वो इसे नहीं भूल सकते। सीएम ने आरोप लगाया कि इमरजेंसी के दौरान युवाओं की जिंदगी बर्बाद हुई, बेटियों की शादियां टूट गईं और लोग अपने माता-पिता के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो सके। उन्होंने कहा, आप लोगों ने कुर्सी के लिए देश को बर्बाद कर दिया।
जोगाराम पटेल के बयान पर भी किया पलटवार
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल द्वारा दिए गए बयान पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। जोगाराम पटेल ने गहलोत के कार्यकाल पर तंज कसते हुए कहा था कि उनकी कुर्सी डगमगा रही थी और वे अपने ही सहयोगियों को नकारा-निकम्मा कह रहे थे। इस पर पलटवार करते हुए गहलोत ने कहा, उनकी (जोगाराम पटेल) ड्यूटी है सरकार के पक्ष में बोलना, वह क्या बोले उनकी बातों में दम नहीं है।
(Udaipur Kiran) / सतीश
