
रांची, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) । झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद, के प्रेक्षागृह में राज्य के सभी 24 जिलों से आए खेल कोषांग के प्रतिनिधियों की बैठक शनिवार को हुई।
बैठक की अध्यक्षता झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक शशि रंजन ने की।
इस अवसर पर प्रत्येक जिले के खेल प्रभाग प्रभारी, एपीओ, एडीपीओ और जिला खेल कोषांग के चार सदस्य (शारीरिक शिक्षा शिक्षक) उपस्थित रहे। बैठक में निदेशक ने जिला स्तरीय खेलो झारखंड प्रतियोगिता के सफल संचालन और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं की बेहतर तैयारी को लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन इस प्रकार हो कि ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले खिलाड़ियों को सीखने और निखरने का अवसर मिले।
उन्होंने कहा कि जिला समिति का लक्ष्य होना चाहिए कि खिलाड़ी न केवल राज्य स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी पदक जीतकर जिले का नाम रोशन करें। सभी शारीरिक शिक्षा शिक्षक यह सुनिश्चित करें कि उनके विद्यालय के खिलाड़ी खुली चयन प्रक्रिया में अधिक से अधिक संख्या में भाग लें। प्रत्येक जिला अपने किसी एक विशेष खेल को प्राथमिकता देकर उस क्षेत्र में राष्ट्रीय पहचान बनाएं।
निदेशक ने यह भी बताया कि पिछले तीन वर्षों से शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित खेलो झारखंड प्रतियोगिता का सकारात्मक परिणाम यह हुआ है कि हमारे खिलाड़ी अग्निवीर आर्मी भर्ती जैसे अवसरों में लाभ उठा रहे हैं।
उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि प्रखंड और जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि अधिक से अधिक खिलाड़ी खेल गतिविधियों में शामिल हो सकें।
बैठक में राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी धीरसेन ए सोरेंग ने जिला खेल कोषांग की भूमिका और दायित्वों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि खेल आयोजन पूर्णतः पारदर्शी हो। किसी भी खिलाड़ी के साथ भेदभाव या अन्याय न हो । उन्होंने कहा कि आयोजन संबंधी सभी रिपोर्ट समय-समय पर राज्य कार्यालय को प्रस्तुत की जाए।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
