
कोलकाता, 28 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । आगामी 2026 के विधानसभा चुनावों की तैयारी में पश्चिम बंगाल भाजपा की नई कमिटी लगभग अंतिम चरण में पहुंच गई है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस बार प्रदेश अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य की पसंद को ही सबसे अधिक प्राथमिकता दी गई है। नई कमिटी की घोषणा नवंबर के शुरुआती सप्ताह में होने की संभावना है।
हालांकि, प्रदेश अध्यक्ष बनने के कई महीने बाद भी नई कमिटी की घोषणा में देरी होने को लेकर शमिक भट्टाचार्य की आलोचना भी हो रही है। लगभग चार महीने की अंदरूनी खींचतान और विचार-विमर्श के बाद बंगाल भाजपा की नई राज्य कमिटी तय हो गई है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि केंद्रिय पर्यवेक्षक भूपेंद्र यादव ने अंततः शमिक भट्टाचार्य की राय को ही निर्णायक माना। इससे कई पुराने और विवादित नेताओं को पद गंवाना पड़ सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी इस बार शमिक की पसंद को महत्व दिया है। महिला मोर्चा और युवा मोर्चा सहित कई इकाइयों के अध्यक्ष बदले जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि एक वरिष्ठ महिला सांसद को फिर से महिला मोर्चा का दायित्व सौंपा जा सकता है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि तीन सामान्य सचिवों को हटाया जा सकता है, जबकि नई टीम में पुराने और नए चेहरों का संतुलन साधने की कोशिश की गई है।
यह भी चर्चा है कि नए अध्यक्ष के नज़दीकी कुछ नेता अपने हित साधने की कोशिश कर रहे हैं। यह प्रयास कितना सफल होगा, यह कमिटी की औपचारिक घोषणा के बाद ही स्पष्ट होगा।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय