जबलपुर, 22 सितंबर (Udaipur Kiran) । खून की कमी की शिकार बालिकाओं को चिन्हित करने जबलपुर जिले में नवरात्र के पहले दिन 22 सितंबर से शक्ति संस्कार-रक्त अल्पता का संहार अभियान प्रारंभ हो गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस से शुरू हुये सेवा पखवाड़ा के तहत स्वस्थ्य नारी-सशक्त परिवार अभियान के हिस्से के तौर पर कलेक्टर राघवेंद्र सिंह के निर्देश पर प्रारंभ किये गये इस अभियान के पहले दिन जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की शासकीय एवं अशासकीय शालाओं की 16 हजार 325 छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर हिमोग्लोबिन की जांच की गई।
जिला पंचायत के सीईओ अभिषेक गहलोत के अनुसार बालिकाओं और महिलाओं में रक्तअल्पता के कारण कमजोरी होने पर उन्हें अनेक रोग प्रभावित करते हैं। उन्होंने बताया कि नवरात्र के अवसर पर शुरू किये गये शक्ति संस्कार-रक्त अल्पता का संहार अभियान के अंतर्गत जिले के सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों में कक्षा पांचवी से बारहवीं कक्षा तक पंजीकृत प्रत्येक बालिका की हीमोग्लोबिन एवं अन्य जांचे स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा की जायेगी। जांच में रक्त अल्पता पाये जाने पर बालिकाओं को आयरन टैबलेट देकर पोषक आहार की जानकारी भी दी जायेगी।
जिला पंचायत के सीईओ के मुताबिक शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभियान के तहत जिले में 1लाख 5 हजार बालिकाओं के स्वास्थ्य परीक्षण का लक्ष्य लिया गया है। अभियान के पहले दिन 22 सितंबर को जबलपुर में कुल 16 हजार 325 बालिकाओं के स्वास्थ्य परीक्षण कर हीमोग्लोबिन की जांच की गई है।
कलेक्टर राघवेंद्र सिंह एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अभिषेक गहलोत द्वारा स्वास्थ्य विभाग के जिला एवं विकासखंड स्तरीय अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से स्वस्थ्य नारी सशक्त परिवार पखवाडा अंतर्गत शक्ति संस्कार-रक्त अल्पता का संहार अभियान तैयारी की समीक्षा भी की गई तथा माइक्रोप्लान तैयार कर सभी शासकीय एवं अशासकीय स्कूलों में बालिकाओं के हीमोग्लोबिन की जांच करने निर्देशित किया गया।
—————
(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक
