
जम्मू, 20 अगस्त (Udaipur Kiran) । सीमा क्षेत्रों की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और रोज़गार के नए अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भारतीय सेना ने ऑपरेशन सद्भावना के अंतर्गत सिलाई सिस्टरहुड टेलरिंग कैडर की शुरुआत की है। इस पहल का मकसद महिलाओं को सिलाई-कढ़ाई का व्यावहारिक प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना और परिवार की आय में योगदान करने योग्य बनाना है। 20 अगस्त से शुरू हुए इस पाँच सप्ताह के प्रशिक्षण कार्यक्रम में 20 स्थानीय महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया है। इस प्रशिक्षण का संचालन कुशल कारीगरों द्वारा किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न प्रकार की सिलाई शैलियों का ज्ञान दिया जा रहा है। इससे न केवल प्रतिभागी महिलाएँ नए कौशल सीख रही हैं बल्कि अपनी रचनात्मक क्षमताओं को भी निखार रही हैं।
कार्यक्रम के अंत में सभी 20 महिलाओं को नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन द्वारा प्रमाणपत्र और सिलाई किट प्रदान की जाएगी, जिससे वे भविष्य में आत्मनिर्भर होकर अपने परिवार और समाज के लिए योगदान दे सकेंगी। भारतीय सेना ने सभी आवश्यक सामग्री और प्रशिक्षकों की व्यवस्था की है। इस पहल से स्थानीय महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ा है और वे अब एक उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर हैं। सिलाई सिस्टरहुड प्रशिक्षण कैडर भारतीय सेना की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है जिसके तहत वह दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों के जीवन स्तर को सुधारने, महिलाओं को सशक्त बनाने और ग्रामीण समाज को उन्नति की ओर ले जाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
