

– सीजन का पहला पाला पड़ा, मौसम विभाग ने शीतलहर का यलो अलर्ट जारी किया
अंबिकापुर, 11 नवंबर (Udaipur Kiran) । उत्तर भारत से आ रही ठंडी हवाओं ने छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग को पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया है। छत्तीसगढ़ का शिमला कहे जाने वाले मैनपाट और बलरामपुर जिले के सामरीपाट में बीते 24 घंटों में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 11 नवंबर की सुबह मैनपाट में सीजन का पहला पाला पड़ा, जिससे खेतों और छतों पर बर्फ जैसी परत जम गई।
संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में भी तापमान में तेजी से गिरावट आई है। पिछले 24 घंटे में यहां न्यूनतम तापमान 1 डिग्री घटकर 7.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। यह इस सीजन का अब तक का सबसे न्यूनतम तापमान है। कड़ाके की ठंड के कारण ओंस की बूंदें जमने लगी हैं। कोरिया जिले के सोनहत और आसपास के इलाकों में भी शीतलहर का असर दिख रहा है। पाट क्षेत्रों में दिन में भी ठंडी हवाएं लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर रही हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, नवंबर के दूसरे सप्ताह में सरगुजा संभाग में इतनी ठंड 36 साल बाद पड़ी है। मौसम विज्ञानी एएम भट्ठ ने बताया कि आसमान साफ रहने और उत्तरी हवाओं के तेजी से प्रवेश करने के कारण न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट आ रही है। अगले कुछ दिनों तक ठंड का असर और बढ़ सकता है। मौसम विभाग ने सरगुजा, बलरामपुर और कोरिया जिलों के लिए शीतलहर का यलो अलर्ट जारी किया है और लोगों को सुबह-शाम विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।
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(Udaipur Kiran) / विष्णु पांडेय