
बरामद हुए कई एटीएम और आधार कार्ड
कोलकाता, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । कोलकाता पुलिस ने एक अंतर्राज्यीय ऑनलाइन और एटीएम ठगी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सात आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन आरोपित ओड़िशा के भद्रक जिले के निवासी हैं, जो हाल ही में हावड़ा के एक होटल में रुके हुए थे। पुलिस ने इनके कब्जे से कई बैंकों के एटीएम कार्ड, आधार कार्ड और मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
हावड़ा पुलिस कमिश्नरेट की ओर से बुधवार को जारी एक बयान में बताया गया है कि मामले की शुरुआत मंगलवार को हुई जब गार्डेनरीच थाने के सब-इंस्पेक्टर पालडेन भूटिया ने एक संदिग्ध वाहन को देखकर कार्रवाई शुरू की। तारातला रोड पर उस वाहन को रोका गया और पूछताछ के दौरान चार युवकों की बातों में विरोधाभास मिला। पुलिस को वाहन से एक बैग मिला, जिसमें कई एटीएम कार्ड बरामद हुए। इसके बाद चारों युवकों –साहिनुर रहमान फकीर, शेख राहुल, शेख आसफाक और आशिक मिस्त्री को गिरफ्तार किया गया। ये सभी दक्षिण कोलकाता के संतोषपुर इलाके के निवासी हैं।
चारों आरोपितों से पूछताछ के दौरान पुलिस को तीन और लोगों के नाम मिले। इसके बाद पुलिस की एक टीम ने हावड़ा के शिवपुर स्थित एक मॉल के पास से एस.के. शाहिद कादरी, एस.के. अलीमुद्दीन और एस.के. फिरोज को गिरफ्तार किया। ये तीनों ओड़िशा के भद्रक जिले के निवासी हैं और हावड़ा के गोलाबाड़ी इलाके के एक होटल में ठहरे हुए थे। वहां की तलाशी में भी कई एटीएम कार्ड, आधार कार्ड और मोबाइल फोन बरामद किए गए।
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किराए पर लिए जाते थे बैंक अकाउंट
पुलिस की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपितों द्वारा कुछ लोगों से बैंक खाते किराए पर लिए जाते थे। इन खातों में ऑनलाइन ठगी से जुटाई गई रकम ट्रांसफर की जाती थी और फिर एटीएम के जरिए निकाली जाती थी। आधार और एटीएम कार्डों का उपयोग पहचान छिपाने और पैसे निकालने के लिए किया जाता था।
पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि ओड़िशा के ये आरोपित कोलकाता और हावड़ा में क्यों डेरा डाले हुए थे। क्या यहां किसी बड़ी ठगी की योजना बनाई जा रही थी? क्या ये स्थानीय आरोपितों के साथ मिलकर काम कर रहे थे? इन तमाम सवालों के जवाब तलाशने के लिए पुलिस गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ कर रही है।
कोलकाता पुलिस का मानना है कि यह गिरोह देश के कई हिस्सों में ऑनलाइन ठगी की वारदातों में शामिल हो सकता है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
