Madhya Pradesh

गांव में घुस आया साढ़े सात फीट का मगरमच्छ, वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर राजघाट पर छोड़ा

गांव में घुस आया साढ़े सात फीट का मगर , वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर राजघाट पर छोड़ा

मुरैना, 8 जुलाई (Udaipur Kiran) । ग्राम जारह में उस समय ग्रामीण दहशत में आ गए जब एक साढ़े सात फीट लंबा एक मगरमच्छ गांव में घुस आया। मगरमच्छ की खबर मिलते ही गांववाले डर गया। उन्होंने वन विभाग की टीम को फोन किया। कुछ देर बाद ही वन विभाग की टीम गांव में पहुंची और मगरमच्छ को रेस्क्यू किया। उस मगरमच्छ को सुरक्षित राजघाट छोड़ दिया गया है। मगरमच्छ के पकड़े जाने के बाद गांववालों ने राहत की सांस ली।

वनमण्डल अधिकारी और अधीक्षक के मार्गदर्शन में गेम रेंजर के निर्देशन मे ग्राम जारह थाना सरायछोला मे एक मगर होने की सूचना मिली थी। खबर मिलते ही रेस्क्यू टीम गांव पहुंच गई। देखा कि गांव के तालाब के बाहर वयस्क मगर जो कि साढें सात फीट की ल बाई का है। वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन किया और उसे बड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा गया। इसके पश्चात शासकीय वाहन द्वारा चंबल नदी के राजघाट पर सुरक्षित छोड़ा गया। रेस्क्यू टीम में प्रभारी ज्योति प्रसाद दंडोतिया वन पाल, बहादुर कुशवाह, खेमराज कुशवाह, सचिन बघेल एवं पिंकी गौर टीम में शामिल थे।

3 घंटे की मशक्कत के बाद पकड़ में आया

मगरमच्छ की खबर पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने देखा कि मगरमच्छ काफी बड़ा है। टीम ने पूरी तैयारी की इसके बाद उसको पकड़ने में जुट गए। इसके बाद करीब तीन घंटे में मगरमच्छ पकड़ा गया। टीम को मगरमच्छ पकड़ने में पसीने छूट गए। फिर उसे वाहन से ले जाया गया।

देवरी घडिय़ाल पुनर्वास केंद्र वनपाल हैचरी प्रभारी ज्योति प्रसाद डंडोतिया ने बताया कि मानसून के सीजन में बारिश में नदी-नाले बढ़ जाते है। इस कारण जो थार रास्ते रहते है उन रास्तों से यह मगरमच्छ बाहर निकल आते है। समय-समय पर वन विभाग की टीम उन्हें पकडक़र सुरक्षित स्थान पर पहुंचाती है।

खबर मिली कि जारह गांव मे एक मगरमच्छ देखा गया है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश में तुरंत ही हमारी टीम मौके पर पहुंची। मगरमच्छ को रेस्क्यू कर पकड़ा गया। उसे सुरक्षित राजघाट पर छोड दिया गया है।

मुरैना देवरी घडियाल कैंद के एसडीओ श्याम सिंह चौहान, का कहना है कि सरयछौला थाना क्षेत्र के ग्राम जारह मे मंगलवार सुबह साढ़े छह बजे मगरमच्छ के घुस आने की खबर मिली थी। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और मगरमच्छ को रेस्क्यू किया गया। उसे चंबल नदी के राजघाट पर सुरक्षित छोड़ा गया।

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(Udaipur Kiran) / राजू विश्वकर्मा

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