
आसनसोल (पश्चिम बर्धमान), 10 सितंबर (Udaipur Kiran) । आसनसोल के बाराबनी ब्लॉक स्थित जनार्दन सायर प्राथमिक विद्यालय में पिछले सात दिनों से 13 से 14 निर्माण मजदूर लगातार रह रहे हैं। स्कूल परिसर में जगह-जगह ड्रम और अन्य निर्माण सामग्री फैली पड़ी है। स्कूल भवन के अंदर मजदूरों द्वारा खाना भी पकाया जा रहा है। नतीजतन पठन-पाठन पूरी तरह प्रभावित है और किसी तरह केवल एक कक्षा में पढ़ाई हो रही है। घटना सामने आते ही विवाद खड़ा हो गया है। सवाल उठ रहे हैं कि आखिर स्कूल भवन में मजदूरों को रहने की अनुमति किसने दी।
मामले पर जब पत्रकारों ने स्कूल के प्रधानाचार्य कबीर बनर्जी से सवाल किया तो वे भड़क उठे। उन्होंने मीडिया पर ही हमला बोलते हुए कहा कि मीडिया को किसने स्कूल में घुसने की अनुमति दी? मुख्यमंत्री या शिक्षा मंत्री? क्या सबूत है कि आप आतंकवादी या उग्रवादी नहीं हैं? आपको मैं सबक सिखाऊंगा।
फोन पर पूछे गए सवालों पर भी वे टालमटोल करते रहे। पहले कहा कि बात करने के लिए बाध्य नहीं हूं। फिर बाद में ड्यूटी आवर खत्म होने का हवाला देते हुए बातचीत से इंकार कर दिया।
सूत्रों के अनुसार, इस स्कूल के खातों में 15 छात्र दर्ज हैं लेकिन नियमित रूप से केवल चार से पांच ही पढ़ने आते हैं। दो शिक्षक नियुक्त हैं, किंतु प्रधान शिक्षक स्वयं भी रोज़ स्कूल नहीं आते। इस कारण मजदूरों का स्कूल भवन में रहना और भी संदेहास्पद माना जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, बाराबनी के लालगंज से सालानपुर तक सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है। उसी काम में लगे मजदूरों के रहने और सामग्री रखने की व्यवस्था इस स्कूल में की गई है।
जिला प्राथमिक विद्यालय परिषद के चेयरमैन रथींद्रनाथ मजूमदार ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि स्कूल भवन का इस तरह उपयोग बिल्कुल गलत है। मामले की गंभीर जांच होगी और मुख्य शिक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, भाजपा जिला सचिव अभिजीत राय ने आरोप लगाया, “शिक्षा व्यवस्था को लंबे समय से तहस-नहस किया गया है। किस अधिकार से 14 मजदूर वहां रह रहे हैं और किसने इसकी अनुमति दी?”
हालांकि, बाराबनी पंचायत समिति के अध्यक्ष असित सिंह ने कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है और यह कार्य पूरी तरह “गैरकानूनी” है।
———————
(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
