
कठुआ, 21 सितंबर (Udaipur Kiran News) । राजकीय महिला महाविद्यालय कठुआ द्वारा जम्मू-कश्मीर हिन्दी राष्ट्र भाषा प्रचार समिति के सहयोग से हिन्दी पखवाड़ा के अन्तर्गत राष्टीय एकता में हिन्दी का योगदान विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. सावी बहल द्वारा द्वीप प्रज्वलन से की गई। इसके पश्चात कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों, पूर्व अति सचिव, जम्मू-कश्मीर कला संस्कृति तथा भाषा अकादमी जम्मू डॉ. अरविंदर सिंह अमन, जम्मू-कश्मीर हिन्दी राष्ट्र भाषा प्रचार समिति के मंत्री संचालक व पूर्व प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय नौशहरा राजौरी डॉ.भारत भूषण शर्मा तथा जम्मू कश्मीर के प्रसिद्ध लेखक ओंकार पाधा को सम्मान स्वरूप पौधे भेंट कर उनका विधिवत् स्वागत् किया गया। उन्होंने कहा कि अन्य भाषाओं का भी ज्ञान अवश्यक है किंतु जिसमें हम अच्छे से सम्प्रेषण कर सकते हैं वे हमारी मातृ भाषा ही हो सकती है। आज हमारी सरकार भी अन्तराष्टरीय स्तर पर हिन्दी के प्रचार प्रसार के लिए प्रतिबद्ध है।
संगोष्ठी में कुल आठ प्रतिभागियों ने भाग लिया जिनमें प्रथम स्थान अनामिका, द्वितीय स्थान लक्ष्मी, तृतीय स्थान दीक्षा तथा सांत्वना पुरस्कार नीता को मिला। कार्यक्रम के अन्त में कठुआ निवासी जम्मू-कश्मीर के चर्चित लेखक ओंकार पाधा की पुस्तक का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित डॉ. अमन ने हिन्दी के महत्व को दर्शाते हुए कहा कि हिन्दी हमारे भावों हमारी अभिव्यक्ति की भाषा है। आज के समय में जब सोशल मीडिया भी इसके प्रचार प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है वहीं हमारे सामने एक संकट और भी है कि सही सूचना सही हाथों में पहुंचने का भी है। उन्होंने कहा कि हमारी कथनी करनी में अन्तर नहीं होना चाहिए। हमें अपनी भाषा को स्वयं ही समृद्ध करना होगा। डॉ. भारत भूषण ने हिन्दी के इतिहास से उसकी वर्तमान स्थिति पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. मुकेश कुमारी ने किया तथा कार्यक्रम के निर्णायक मंडल की शोभा डॉ. वैष्णो देवी डोगरी विभागाध्यक्ष राजकीय महाविद्यालय बसहोली, प्रो.करम चन्द अंग्रेजी विभागाध्यक्ष तथा संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. गोपाल शर्मा ने बढ़ाई । इस अवसर पर डॉ. रचना विभागाध्यक्ष शिक्षा विभाग, प्रो. सचिनजीत, सौरव, विभा भारती , डॉ. अनुपम, व अन्य संकाय सदस्यों की उपस्थिति साथ ही लेखन से जुड़े साहित्य प्रेमियों ने भी सम्मिलित होकर कार्यक्रम को सफल बनाया।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
