
जोधपुर, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने बुधवार को एमबीएम विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को उपाधियां एवं स्वर्ण पदक प्रदान किए। इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों को राष्ट्र निर्माण में तकनीकी शिक्षा की भूमिका का स्मरण कराते हुए कहा कि शिक्षा केवल औपचारिक डिग्री तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह समाज एवं देश के प्रति दायित्व बोध का माध्यम बने।
राज्यपाल ने कहा कि दीक्षांत केवल एक समारोह नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के जीवन का नया अध्याय है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे तकनीकी ज्ञान को रोजगार तक सीमित न रखें, बल्कि राष्ट्र पहले की भावना से नवाचार, उद्यम और जनकल्याण में इसका प्रयोग करें।
उन्होंने कहा कि नवगठित एमबीएम विश्वविद्यालय ने अल्प समय में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम-उषा) के तहत स्वीकृत 20 करोड़ की राशि, पेट्रोलियम इंजीनियरिंग विभाग की स्थापना, एआई एवं डेटा साइंस जैसे आधुनिक पाठ्यक्रम, 5जी स्पेक्ट्रम लैब तथा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इसके उदाहरण हैं। राज्यपाल ने छात्राओं की उल्लेखनीय भागीदारी को महिला सशक्तिकरण की दिशा में सकारात्मक संकेत बताया। उन्होंने विश्वविद्यालय की विद्यादान परंपरा को शिक्षा के सर्वसुलभिकरण की दिशा में अनुकरणीय पहल बताया।इस अवसर पर कुल 717 स्नातक, 117 स्नातकोत्तर, सात पीएचडी उपाधियां और 16 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए।
तकनीकी शिक्षा नवाचार और आत्मनिर्भर भारत का आधार : उप मुख्यमंत्री
दीक्षांत समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा न केवल व्यक्तिगत विकास बल्कि सामाजिक और राष्ट्रीय उन्नति का माध्यम है। डॉ. बैरवा ने कहा कि युवा शक्ति नवाचार की जननी है और उन्हें चाहिए कि वे केवल डिग्री तक सीमित न रहकर नवाचार करें, स्वरोजगार अपनाएं और अन्य युवाओं को भी प्रेरित करें। उन्होंने यह भी कहा कि तकनीकी एवं कृत्रिम बुद्धिमत्ता के इस युग में अभूतपूर्व अवसरों के साथ चुनौतियाँ भी हैं, जिन्हें युवा वर्ग अपने आत्मविश्वास और ज्ञान से पार कर सकते हैं।
दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता कुलपति प्रो. डॉ. अजय कुमार शर्मा ने की। इस अवसर पर शहर विधायक देवेंद्र जोशी, विधायक जालोर छगन सिंह राजपुरोहित, विधायक सिवाना हमीर सिंह भायल, बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. अखिल रजन गर्ग, महाराणा प्रताप कृषि एवं तकनीकी विश्वविद्यालय उदयपुर के कुलगुरु प्रो. अजित कुमार कर्नावट, कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर के कुलगुरु प्रो. अरूण कुमार, गोविन्द गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय बांसवाड़ा के कुलगुरु प्रो. केशव सिंह ठाकुर, एनआईएफटी जोधपुर के निदेशक प्रो. जीएचएस प्रसाद, काजरी के निदेशक प्रो. विनोद व्यास, आफरी के निदेशक प्रो. तरूण कान्त सहित विश्वविद्यालय के अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी, संकाय सदस्य, विद्यार्थी एवं उनके अभिभावक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
आयुर्वेद विश्वविद्यालय परिसर में स्थित संविधान पार्क में आयोजित कार्यक्रम में स्वामी विवेकानन्द एवं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की प्रतिमाओं का अनावरण राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने किया। शहीद अमृतादेवी बिश्नोई की स्मृति में खेजड़ी के 363 पौधों का सामूहिक रोपण किया गया। राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े मुख्य अतिथि थे। इसके साथ ही उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। कुलगुरु प्रो. (वैद्य) प्रदीपकुमार प्रजापति ने बताया कि विवि की ओर से महापुरुषों की स्मृति को साकार करने का प्रयास किया गया है। साथ ही पर्यावरण संरक्षण और शहीद अमृता देवी जैसे पर्यावरण रक्षकों के बलिदान को नमन किया जा रहा है।
(Udaipur Kiran) / सतीश
