Uttrakhand

छेनागाड़ में लापता लोगों की खोजबीन जारी, 12वें दिन भी नहीं मिला सुराग

-मलबा सफाई के दौरान मिले दो रसोई गैस सिलिंडर

-बोल्डरों के चलते सफाई कार्य में हो रही दिक्कत

रुद्रप्रयाग, 9 सितंबर (Udaipur Kiran) । आपदा से तबाह हो चुके छेनागाड़ में 12वें दिन भी लापता का कोई सुराग नहीं मिल पाया। इस दौरान मशीनों से मलबा सफाई में दो रसोई गैस के सिलिंडर मिले। यहां 25 फीट से अधिक मलबा के साथ कई बड़े बोल्डर भी पड़े हैं, जिन्हें हटाने में खासी दिक्कतें हो रही हैं।

मंगलवार को जिलाधिकारी प्रतीक जैन की मौजूदगी में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ और पुलिस द्वारा खोजबीन की गई। रेस्क्यू द्वारा मशीनों से मलबे को साफ करने के साथ ही कई बोल्डर भी हटाए गए। इस दौरान सरिया, खिड़की, दरवाजे के टुकड़ों के साथ ही दो रसोई गैस के सिलिंडर भी मिले। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि भारी बोल्डरों के चलते मलबा सफाई में खासी दिक्कत हो रही है। उन्होंने बताया कि बीते दो दिन से दोपहर तक मौसम में सुधार के चलते रेस्क्यू कार्य को तेजी से किया जा रहा है।

बता दें कि बीते 28 अगस्त की रात्रि को हुई अतिवृष्टि से छेनागाड़ पूरी तरह से तबाह हो गया था। इस तबाही में छेनागाड़ में स्थित 15 दुकानों के साथ ही आवासीय मकान सैलाब में बह गए थे। साथ ही चार नेपाली मूल के मजदूरों के साथ नौ लोग लापता हो गये थे, जिनका अभी तक कोई पता नहीं लग पाया है।

लापता लोगों में भौंर गांव के सते सिंह, डांगी के राजदीपक, नैनीताल के नीरज, बिजनौर के अरविंद और उछोला के कुलदीप शामिल हैं। दूसरी तरफ बांसबाड़ा-बसुकेदार-छेनागाड़ मोटर मार्ग को दुरुस्त करने का काम जोरों पर चल रहा है।

(Udaipur Kiran) / दीप्ति

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