
देहरादून, 30 अगस्त (Udaipur Kiran) । उत्तराखंड के चारों धाम की यात्रा सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण बंद हैं। बागेश्वर, चमोली और रुद्रप्रयाग जिले में खोज तथा राहत एवं बचाव का कार्य जारी है। उत्तरकाशी में धराली तक छोटे वाहनों के लिए मार्ग खोल दिया गया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने पुष्कर धामी खोज एवं बचाव कार्यों में तेजी के साथ ही बंद सड़कों को जल्द खोलने के निर्देश दिए हैं। स्थानीय प्रशासन को जल्द राहत वितरण के भी निर्देश दिए गये हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को चमोली, रुद्रप्रयाग और बागेश्वर जिले में अतिवृष्टि से आई बाढ़ में लापता लोगों की तलाश जारी है। करीब सात लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। चार धाम के सड़क मार्ग बंद हैं।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार ऋषिकेश-बदरीनाथ, ऋषिकेश -केदारनाथ राष्ट्रीय मार्ग व्यासी के पास अवरुद्ध है। उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग हर्षिल और धराली के बीच हल्के वाहनों के लिए सुचारू है। धराली में मार्ग अभी भी अवरुद्ध है। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग जंगलचट्टी, बनास व नारदचट्टी में अवरूद्ध है। जंगलचट्टी में मार्ग सुलभ किये जाने कार्य चल रहा है।
टिहरी जिले में बुढ़ा केदार -सीमांत गांव गेंवाली जखना से मार्ग आगे कई जगह क्षतिग्रस्त हैं। नैलचामी पट्टी के मुयाल गांव -गौरिया भटवाड़ी मार्ग भी मलबा आने से बंद हैं। 12 से अधिक गांव को जोड़ने वाला मार्ग बंद होने से लोगों को कहीं आने – जाने में भारी परेशानी हो रही है।
कुमाऊं मंडल के बागेश्वर जिले में बूंदाबांदी जारी है। यहां 15 ग्रामीण सड़कें और दो जिला सड़क बंद है। मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए जिलाधिकारी ने जिले के सभी पहली से 12वीं कक्षा तक निजी, सरकारी विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने के आदेश दिए हैं। बारिश से उत्तराखंड को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है।
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(Udaipur Kiran) / विनोद पोखरियाल
