
अररिया 08 अगस्त (Udaipur Kiran) ।
फारबिसगंज के श्री रानी सरस्वती विद्या मंदिर गंगा सरस्वती शिशु मंदिर में शुक्रवार को रक्षाबंधन उत्सव हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया।छात्राओं ने छात्रों को राखी बांधी और पारंपरिक रूप से उनकी आरती उतारी और तिलक लगाया।इसके साथ ही एक अनोखी पहल करते हुए विद्यालय की बहनों ने वृक्ष को राखी बांधकर उनकी सुरक्षा का संकल्प लिया।
इस अवसर पर लोक शिक्षा समिति बिहार के सह मंत्री एवं स्थानीय विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के सचिव डॉ. नेहा राज ने कहा रक्षाबंधन का पावन पर्व श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई की दीर्घायु के लिए उनके कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं। भाई बहनों को जीवन भर उनकी रक्षा का वचन देते हैं।
विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य आशुतोष कुमार मिश्र ने कहा रक्षाबंधन का इतिहास बहुत पुराना है। महाभारत काल में जब कृष्ण की उंगली कट गई थी, तो द्रौपदी ने अपनी साड़ी का एक टुकड़ा फाड़कर उनकी उंगली पर बांध दिया था, जिससे खून बहना बंद हो गया था। कृष्ण ने द्रौपदी को वचन दिया था कि वे हमेशा उसकी रक्षा करेंगे।
शिशु मंदिर खंड के प्रधानाचार्य रामनरेश सिंह ने कहा कि रक्षा बंधन सिर्फ एक पर्व नहीं, वो भावना है जो एक बहन के प्रेम, आशीर्वाद और भाई की सुरक्षा के संकल्प को एक सूत्र में बांधती है।आज की बदली पर्यावरणीय हालात को ध्यान में रखकर इस उद्देश्य पूर्ण पर्व पर समाज के हर भाई-बहनों को पर्यावरण की रक्षा का संकल्प लेना चाहिए।
इस अवसर पर प्रांत के मीडिया प्रमुख ललन कुमार राय, विद्यालय के आचार्य संतोष राय, नमीता वर्मा, सरिता सिन्हा, घनश्याम सिंह समेत विद्यालय परिवार के समस्त आचार्य बंधु भगिनी मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / राहुल कुमार ठाकुर
