Uttar Pradesh

विद्या भारती राष्ट्रीय शिक्षा नीति को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही : सौरभ मालवीय

सम्बोधित करते सौरभ मालवीय

प्रयागराज, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । विद्या भारती की शिक्षा प्रणाली भारतीय संस्कृति, देशभक्ति, सामाजिक उत्तरदायित्व और चरित्र निर्माण पर आधारित है। इसमें शिक्षा तंत्र मातृभाषा में शिक्षण, योग, वैदिक गणित, पर्यावरण जागरूकता, नैतिक शिक्षा, समाजसेवा एवं देशभक्ति पर विशेष बल दिया जाता है। ’’राष्ट्रींय शिक्षा नीति 2020’’ के उद्देश्यों को साकार करने की दिशा में भी विद्या भारती महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह बातें क्षेत्रीय मंत्री सौरभ मालवीय ने कही।रविवार को सिविल लाइन स्थित ज्वाला देवी इंटर कॉलेज में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मीडिया से उन्होंने कहा कि विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान आज देश के सबसे बड़े शैक्षणिक आंदोलनों में से एक है। जो गुणवत्तापूर्ण और संस्कृति युक्त शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। विद्या भारती आज सम्पूर्ण देश में 684 जिलों में 12,118 विद्यालयों का संचालन कर रही है। इसके अतिरिक्त संस्था देश में 8000 से अधिक अनौपचारिक शिक्षा केंद्र भी संचालित कर रही है, जो समाज के वंचित वर्ग को निःशुल्क शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। वर्तमान में 35.33 लाख से अधिक छात्र अध्ययनरत हैं और उन्हें 1.53 लाख से अधिक शिक्षक पढ़ा रहे हैं।

इस अवसर पर क्षेत्रीय मंत्री ने विद्या भारती के आगामी शैक्षिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों, नवीन पहलों और राष्ट्रींय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 507 से अधिक विद्यालयों में अटल टिंकरिंग लैब्स की स्थापना की जा चुकी है। जो एआई, रोबोट, कोडिंग और अन्य उभरती तकनीकों में बच्चों को सीखने का अवसर देती है। इस दौरान प्रदेश निरीक्षक शेषधर द्विवेदी, प्रधानाचार्य विक्रम बहादुर सिंह परिहार, प्रख्यात गायक मनोज गुप्ता, मीडिया प्रभारी सरोज दूबे आदि उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र

Most Popular

To Top