
गुवाहाटी, 14 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । केंद्रीय युवा एवं खेल मंत्रालय ने “माई भारत” पहल के तहत “सरदार@150 एकता मार्च” की शुरुआत की है। इसकी जानकारी आज असम सरकार की खेल एवं युवा कल्याण आदि विभागों की मंत्री नंदिता गार्लोसा, सांसद दिलीप सैकिया ने औपचारिक रूप से दी।
इस अभियान का उद्देश्य राष्ट्रीय गौरव को बढ़ावा देना, नागरिकों के साथ जुड़ाव मजबूत करना और युवाओं तथा सभी आयु वर्ग के लोगों में एकता की भावना को प्रबल करना है। यह कदम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समावेशी राष्ट्र निर्माण के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जिसमें युवाओं से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक हर व्यक्ति को साझा भागीदारी में जोड़ने पर जोर दिया गया है।
यह पहल विशेष रूप से युवाओं, खासकर अमृत पीढ़ी की राष्ट्र निर्माण में भूमिका को उजागर करती है और भारत के राष्ट्रीय नेताओं, विशेषकर लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के योगदान को श्रद्धांजलि देती है।
एकता मार्च अलग-अलग चरणों में होंगे। डिजिटल चरण (6 अक्टूबर): केंद्रीय युवा एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडविया ने इसे माई भारत पोर्टल पर डिजिटल रूप से शुरू किया। इस चरण में सोशल मीडिया रील प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता और सरदार@150 युवा नेता कार्यक्रम शामिल थे। इस कार्यक्रम में 150 विजेताओं को राष्ट्रीय पदयात्रा में भाग लेने का अवसर मिला।
दूसरे चरण में जिला स्तरीय पदयात्रा (31 अक्टूबर – 25 नवंबर): प्रत्येक जिले में 8–10 किलोमीटर की पदयात्रा आयोजित की जाएगी, ताकि स्थानीय लोगों की भागीदारी सुनिश्चित हो। विद्यालय और महाविद्यालयों में पूर्व-कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें निबंध और वाद-विवाद प्रतियोगिताएं, सरदार पटेल के जीवन पर चर्चा और नुक्कड़ नाटक शामिल होंगे।
युवा और अन्य नागरिक “निश्छल मुक्त भारत” और “गर्भ से स्वदेशी” संकल्प ग्रहण करेंगे। पदयात्रा में भाग लेने वाले सरदार पटेल की प्रतिमा या प्रतीक चिन्ह पर पुष्पांजलि देंगे, आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लेंगे और सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं प्रमाणपत्र वितरण में भाग लेंगे।
तीसरे चरण में कर्मसाद की ओर यात्रा (25 नवंबर तक): प्रत्येक जिले से दो प्रतिनिधि कर्मसाद की ओर यात्रा करेंगे और छह हिस्सों में मिलकर राष्ट्रीय पदयात्रा में शामिल होंगे।
चौथे चरण में राष्ट्रीय पदयात्रा (26 नवंबर – 6 दिसंबर): कर्मसाद (सरदार पटेल का जन्मस्थान) से केवड़िया स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक 152 किलोमीटर की पदयात्रा।
मार्ग में 150 स्थानों पर सरदार पटेल के जीवन और भारत की विविध संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए विशेष प्रदर्शनियां।
प्रतिदिन शाम “सरदार गाथा” शीर्षक से चर्चा सत्र, जिसमें विशेषज्ञ सरदार पटेल के जीवन और योगदान पर प्रकाश डालेंगे।
सभी पंजीकरण और गतिविधियां माई भारत पोर्टल के माध्यम से पूरी की जाएंगी: mybharat.gov.in/pages/unitymarch। देश भर के युवाओं को इस ऐतिहासिक कदम में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
