

सारण, 17 नवंबर (Udaipur Kiran) । सारण जिलाधिकारी अमन समीर ने आज जिला मुख्यालय में एक समीक्षा बैठक कर जिले में चल रही विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं के तहत भू-अर्जन के मामलों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की. भू-अर्जन की वर्तमान गति को असंतोषजनक पाते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को प्रक्रिया में शीघ्रता लाने के लिए स्पष्ट और कड़े निर्देश दिए.
बैठक में भारतमाला परियोजना, रामजानकी पथ, दीघा पुल के समानांतर गंगा नदी पर प्रस्तावित 6 लेन केबल ब्रिज, तथा विभिन्न महत्वपूर्ण बाईपास और रिंग रोड परियोजना जिनमें रिविलगंज, परसा, गरखा, अमनौर, छपरा बाईपास और शेरपुर-दिघवारा रिंग रोड परियोजना के लिए चल रहे भू-अर्जन कार्यों की स्थिति का जायजा लिया गया. इसके अतिरिक्त, एन एच-31 गाजीपुर-बलिया-मांझी 4 लेन सड़क, एन एच 722- सोनहो फ्लाईओवर, गोल्डेनगंज आरओबी, शीतलपुर-मशरख पथ एस एच 73 पर आरओबी निर्माण, और मेडिकल कॉलेज संपर्क पथ जैसी सड़क एवं पुल परियोजनाओं के भू-अर्जन कार्य में भी तेज़ी लाने को कहा गया. जिलाधिकारी ने सभी अंचलाधिकारियों को भू-अर्जन के कार्य को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल कर कार्य करने का स्पष्ट निर्देश दिया है. उन्होंने सभी भूमि सुधार उपसमाहर्त्ता को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि वे भू-अर्जन के मामलों की प्रगति की दैनिक समीक्षा करें. भू-अर्जन प्रक्रिया में तेज़ी लाने के उद्देश्य से ज़िला भू-अर्जन कार्यालय में पदस्थापित सभी चार अपर ज़िला भू-अर्जन पदाधिकारियों को विभिन्न परियोजनाओं की व्यक्तिगत ज़िम्मेदारी सौंपी गई है. उन्हें निर्देश दिया गया है कि वे संबंधित अंचलों में कैम्प करें तथा स्थल पर ही रैयतों से आवश्यक दस्तावेज़ प्राप्त करें और आ रही समस्याओं का त्वरित निदान सुनिश्चित करें. बैठक में जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, विभिन्न परियोजना से संबंधित अभियंता उपस्थित रहे, जबकि सभी अनुमण्डल पदाधिकारी, भूमि सुधार उपसमाहर्त्ता और सभी अंचलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे.
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(Udaipur Kiran) / धनंजय कुमार