
विदिशा, 20 अगस्त (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के विदिशा स्थित रविंद्रनाथ टैगोर सांस्कृतिक (ऑडिटोरियम) भवन में बुधवार को संस्कृत गौरव दिवस महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में प्रदेश के संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज विश्व में जितनी भी भाषाएं हैं उनकी जननी संस्कृत भाषा ही है। इसके साथ ही उन्हाेंने संस्कृत महोत्सव आयोजन के उद्देश्यों को रेखांकित किया और संस्कृत भाषा के महत्व के बारे में प्रकाश डाला है।
राज्यमंत्री ने कई उदाहरण पेश किए, साथ ही जितने भी प्राचीन धार्मिंक ग्रंथ हैं उनकी रचना भी संस्कृत भाषा में ही हुई है। विश्व की जितनी भी भाषाएं हैं संस्कृत उन सभी भाषाओं का मूल है। उन्होंने आव्हान किया कि यदि हमें अपनी संस्कृति को जानना है तो संस्कृत भाषा को जानना अति आवश्यक है। उन्होंने बताया कि सभी श्लोकों की रचना भी संस्कृत भाषा में ही हुई है। उन्होंने आज की युवा पीढ़ी को अपनी पढ़ाई के साथ-साथ संस्कृत भाषा का ज्ञान अर्जित करने का भी आव्हान किया।
विधायक मुकेश टंडन ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्कृत भाषा के महत्व पर गहन प्रकाश डाला। कहा कि संस्कृत भाषा अति प्राचीन भाषा है जिसका ज्ञान अर्जन करना हम सभी को जरूरी है।
संस्कृत गौरव दिवस महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन ऑडिटोरियम भवन में कालिदास संस्कृत अकादमी मध्य प्रदेश संस्कृत परिषद उज्जैन द्वारा जिला शिक्षा विभाग विदिशा और पंडित गंगा प्रसाद पाठक ललित कला न्यास विदिशा के सहयोग से आयोजित किया गया था।
इसके पहले कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण कर किया गया। यह कार्यक्रम 21 अगस्त को भी जारी रहेगा। कार्यक्रम में सारस्वत अतिथि प्रोफेसर शिवाकांत द्विवेदी ग्वालियर, मैप कास्ट भोपाल के निदेशक अनिल कोठारी सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी व शहर के आम नागरिक उपस्थित रहे। ——————-
(Udaipur Kiran) तोमर
