RAJASTHAN

संस्कृत भाषा भारतवर्ष का प्राण है: राजपुरोहित

jodhpur

जोधपुर, 08 जुलाई (Udaipur Kiran) । संस्कृत भारती जोधपुर प्रान्त की दो दिवसीय गोष्ठी बालार्क भवन चौपासनी में सम्पन्न हुई।

इस अवसर पर राजस्थान क्षेत्र संयोजक डॉ. तगसिंह राजपुरोहित ने कहा कि संस्कृत भाषा भारतवर्ष का प्राण है। संस्कृत भाषा के अध्ययन और अध्यापन का आरम्भ हम अपने कुटुम्ब से करें। इस वर्ष विद्यार्थियों के संस्कृत भाषा कौशल विकास हेतु संस्कृतभारती के द्वारा सरल संस्कृत परीक्षा का आयोजन बीस नवम्बर को किया जाएगा। विद्यालय स्तर पर छात्रों का पंजीयन 31 अगस्त तक किया जाएगा। परीक्षा में सरला, सुगमा, सरसा और सुखदा नामक पुस्तकों के माध्यम से संस्कृत संभाषण पद्धति द्वारा भाषा कौशल का विकास किया जाता है।

जोधपुर प्रान्त मन्त्री लीलाधर शर्मा ने संस्कृत सप्ताह, पत्राचार छात्र संग्रह अभियान और संस्कृत संभाषण शिविराभियान के बारे में जानकारी दी। जोधपुर प्रान्त अध्यक्ष तुलसीदास शर्मा ने संस्कृत कार्य के लिए कटिबद्ध रहने का आह्वान किया। गोष्ठी में भुवनेश व्यास, पाबूराम बिश्नोई, महेश दाधीच, सवाई सिंह राजपुरोहित, लक्ष्मण सिंह गहलोत, दिनेश गौड़, श्रवण विश्नोई, डॉ. दीपमाला गहलोत, हरिशंकर सारस्वत, डॉ. लीलाधर कुमावत, मूलाराम विश्नोई, नरेन्द्र कुमावत, सुधीरनाथ, अम्बालाल पुरोहित, वीरेन्द्र मोहन, हरिकिशोर सोनी, मगाराम चौधरी, रामदयाल आर्य, तनुसिंह राठौड़़, दाऊलाल शर्मा व नरेश ने संस्कृत भाषा प्रचार तथा कार्य विस्तार पर मन्थन किया।

(Udaipur Kiran) / सतीश

Most Popular

To Top